आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सगड़ी तहसील क्षेत्र के उत्तरी इलाके में बहने वाली घाघरा नदी के जलस्तर में रविवार को भी घटाव का क्रम जारी रहा। मुख्य गेज स्थल बदरहुआ नाले के पास जलस्तर में शनिवार की अपेक्षा 39 सेमी की कमी दर्ज की गई। यहां खतरा निशान 71.68 मीटर है और रविवार को नदी 36 सेमी नीचे बह रही थी, लेकिन सातवें दिन भी तीन बैराजों से 248523 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बाढ़ और कटान का खतरा बरकरार है।
अब तक नदी में कुल 22,58,612 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। ऐसे में एक-दो दिन में जलस्तर में वृद्धि की संभावना बनी हुई है। दूसरी ओर पानी कम होने के कारण सोनौरा में नाव का संचालन बंद कर दिया गया है, तो कई गांवों में रास्ते से पानी हटने के बाद फिसलन बढ़ने से दिन ढलने के बाद आवागमन खतरनाक हो गया है। बांकी, हाजीपुर, मानिकपुर, शाहडीह और मसुरियापुर के रास्तों पर पानी ज्यादा होने के कारण ग्रामीण नाव से जरूरी सामानों के लिए आवागमन कर रहे हैं। हर साल तीन महीने तक घाघरा के जलस्तर मेें उतार-चढ़ाव होने के कारण अक्टूबर महीने तक तटवर्ती ग्रामीणों की बेचैनी कम होने का नाम नहीं ले रही है। अभी भी कई गांवों के लोगों के सामने पशुओं के चारे का संकट खड़ा हो गया है। कारण कि नदी किनारे के खेतों में पानी लगने से एक ओर पशुओं को चराना पालकों ने बंद कर दिया है, तो दूसरी ओर किसी तरह से काटने के बाद नाव से लाना मुश्किल हो रहा है। सुखद यह कि जलस्तर में कमी से झगरहवा गांव के पास कटान की गति काफी धीमी हो गई है, लेकिन ज्यादा घटाव के बाद कटान की गति तेज हो सकती है।
हाजीपुर, बांका, बूढ़नपट्टी, शाहडीह, मानिकपुर, अभन पट्टी, सोनौरा, चक्की हाजीपुर गांव के संपर्क मार्ग अभी भी डूबे हुए हैं। बचाव व राहत कार्य के लिए प्रशासन द्वारा 10 बाढ़ चौकियों की स्थापना की गई है।
रिपोर्ट-सुबास लाल