आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। गायत्री शक्तिपीठ कोलपाण्डेय एवं प्रज्ञापीठ द्वारा 24 लाख गायत्री महामंत्र महापुरश्चरण अनुष्ठान का समापन सोमवार को भण्डारे के साथ सम्पन्न हो गया।
सोमवार को कोलपाण्डेय स्थित गायत्री शक्तिपीठ के प्रांगण में प्रति वर्ष की भांति गुरु पूर्णिमा पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया गया। सोमवार को प्रातः 8 बजे पूर्णाहूति प्रारंभ हुआ। इस दौरान गायत्री यज्ञ एवं विविध संस्कार संपन्न हुए। व्यवस्थापक ऊषा शर्मा ने गुरु मंत्र गायत्री और गुरु की एकता पर प्रकाश डाला। उन्होने आध्यात्मिक और शांति के मार्ग पर चलने के लिए आह्वान किया। किसी व्यक्ति को अध्यात्म की दिशा में बढ़ने के लिए उन्हें सदगुरु और माता-पिता की जरूरत होती है। संसाधन के लिए माता-पिता और आंतरिक ऊर्जा को विकसित करने के सदगुरु के अनुशासनों का पालन करते हुए शिष्य या साधक सफलता की सीढ़ी चढ़ता है। इस अवसर पर आजमगढ़ मऊ से भी लोग आए हुए थे। महिलाओं को पर्यावरण बचाने के लिए पौधे का वितरण किया गया और उन्हें संकल्प भी दिलाया गया कि पौधों की देखभाल करें। गंगाधर उपाध्याय वाराणसी से और प्रमोद कुमार राय मऊ से आए हुए थे। उन लोगों ने विधिवत कार्यक्रम में सहभागिता लिया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार