आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। शिब्ली नेशनल महाविद्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 153वीं जयंती पर महाविद्यालय प्रशासन द्वारा पौधरोपण किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर अफसर अली ने गांधीजी के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं डॉ.बीके सिंह ने पुष्प अर्पित कर राष्ट्रपिता को नमन किया। अध्यक्षता प्राचार्य प्रो. अफसर अली एवं संचालन मीडिया प्रभारी सह दर्शनशास्त्र के सहायक प्रो.डॉ.वीके सिंह ने किया। संगोष्ठी में महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा किया गया।
इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.अलाउद्दीन ने कहा कि सभी तरह की हिंसा को झेल रहे भारत के लिए गांधी का दर्शन आज और भी अधिक प्रासंगिक हो गया है। वहीं अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.खालिद ने कहा कि महात्मा गांधी के जीवन में दो मूल्य आग्रह और निष्ठा के दर्शन होते हैं। देश की आर्थिक नीति गरीबों के लिए सार्थक सिद्ध होना चाहिए। प्राचार्य ने कहा कि गांधीजी सत्याग्रह के माध्यम से समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार, अत्याचार के प्रतिकार के अग्रणी नेता थे। गांधी की विचारधारा का संपूर्ण आधार सत्य और अहिंसा था। इस मौके पर प्रो.सलमान अंसारी, प्रो.मोहम्मद हारुन, चीफ प्रॉक्टर डा.एहतेशाम उल हक, प्रो.अलाउद्दीन, प्रो.खालिद, प्रो.अहमद अली, प्रो.आजाद इस्लाही, प्रो.मोहम्मद जावेद, प्रो.इमरान अजीज, प्रो.सादिक, प्रो.जावेद अख्तर, नेसार अहमद, प्रो.फहमीदा जैदी, नफीस अहमद जुबेर अहमद, डा.जावेद अहमद खान, डॉ गोविंद नारायण, नसीम अहमद, समीउद्दीन, अली अब्बास अब्बासी एवं महाविद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित थे।
रिपोर्ट-प्रमोद कुमार यादव