सृष्टिमीडिया पवई (आजमगढ़)। स्थानीय विकास खंड अंतर्गत गांव से लेकर सड़क तक छुट्टा गोवंश के आतंक से राहगीरों व किसानों के सामने ज्वलंत समस्या है। छुट्टा पशुओं के आतंक से किसानों को अपनी फसल बचाना काफी मुश्किल हो गया है।
पवई माहुल मार्ग पर सुमहाडीह बाजार में सैकड़ों की संख्या में छुट्टा पशु विचरण करते हैं। जिन की चपेट में आने से राहगीर गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। वहीं कछरा, सलारपुर, सलेमापुर, चकिया, बखरिया, खुरचन्दा सहित दर्जनों गांव में छुट्टा पशु किसानों की फसलें बर्बाद कर रहे हैं। वर्तमान समय में किसानों द्वारा धान की रोपाई के लिए तैयार की गई पौध को छुट्टा पशु नष्ट कर रहे हैं। किसान धान की रोपाई न हो पाने से जीविकोपार्जन के लिए चिंतित है। क्षेत्र के लोगों ने छुट्टा मवेशियों को पशु आश्रय स्थलों में बंद कराने की मांग की है। बारिश के मौसम में खेतों में पानी भर जाने से सैकड़ों की तादाद में छुट्टा पशुओं ने गांवों में भी डेरा डाल रखा है। किसान छुट्टा पशुओं से फसल बचाने के लिए रात रात भर रतजगा कर रहे हैं। यहां तक की धान रोपाई भी नहीं कर पा रहे हैं। जिसको लेकर क्षेत्र के निखिल, धीरज, आनन्द, मुन्ना सिंह, चंदन बिंद आदि किसानों में आक्रोश है।
रिपोर्ट- नरसिंह यादव