आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जेल कैदियों द्वारा व जेल के कर्मचारियों के साथ मिलकर सरकारी धन की धोखाधड़ी से 52,85,000 रूपये की निकासी की गई पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर 04 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया।
जिला कारागार अधीक्षक आदित्य कुमार द्वारा 10 अक्टूबर को थाना कोतवाली पर लिखित तहरीर दी गयी कि कारागार के सरकारी खाते से धोखाधड़ी कर 52,85,000 रूपये की निकासी की गई है।
जांच में यह पाया गया कि उक्त बंदी रामजीत यादव दोषसिद्ध बन्दी था तथा एक अन्य बंदी शिवशंकर पुत्र लालजी यादव को कारागार लेखा कार्यालय में वरिष्ठ सहायक मुशीर अहमद के राइटर के रूप में लगाया गया था।
कार्यालय में कार्य करने के दौरान दोनों बंदियों द्वारा वरिष्ठ सहायक मुशीर अहमद व चौकीदार अवधेश कुमार पाण्डेय के सहयोग से लेखा कार्यालय से जेल अधीक्षक के सरकारी खाते के चेकबुक को निकालकर चेकबुक पर जेल अधीक्षक कारागार आजमगढ़ का फर्जी हस्ताक्षर बनाकर अवैध रूप से धनराशि को रामजीत यादव द्वारा अपने खाते में ट्रांसफर करायी जाती थी। कारागार के सभी खातों की पासबुक व चेकबुक की अभिरक्षा वरिष्ठ सहायक मुशीर अहमद के पास थी तथा बैंक संबंधी कार्य चौकीदार अवधेश कुमार पाण्डेय द्वारा संपन्न किया जाता था। इस पूरे प्रकरण में प्रथम दृष्टया मुशीर अहमद (वरिष्ठ सहायक/प्रभारी लेखा), अवधेश कुमार पाण्डेय (चौकीदार), रामजीत यादव उर्फ संजय एवं शिवशंकर उर्फ पुत्र लालजी यादव की संलिप्तता पाई गई।
अभियुक्त रामजीत यादव के कब्जे से (गबन के रूपयें से खरीदी गयी) एक मोटर साईकिल बुलेट व एक अदद मोबाइल ओपो व बरामद मोबाइल से बैंक चेक की फोटो व बैंक स्टेटमेंट तथा एक अदद मोहर वरिष्ठ अधीक्षक मण्डल जिला कारागार आजमगढ के नाम का बरामद किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त रामजीत यादव ने अपनी बहन की शादी में गबन के 25 लाख रूपयें खर्च किये तथा बुलेट मोटरसाइकिल 03 लाख 75 हजार रूपयें की खरीदा व 10 लाख रूपयें जो मुकदमें में फंसने के बाद लोगो से कर्ज लिया था उसको चुकता किया। रामजीत यादव के यूनियन बैंक के खाते में’ शेष 23 हजार रूपयें को होल्ड कराया’ गया है। अभियुक्त मुशीर अहमद को गबन के 07 लाख रूपयें प्राप्त हुए जो उसने धीरे-धीरे अपने व्यक्तिगत व घरेलु उपयोग में खर्च कर दिया। अभियुक्त शिवशंकर उर्फ लालजी यादव ने अपने गबन से प्राप्त 05 लाख रूपयें को अपने निजी ऐशो आराम और घरेलु उपयोग में खर्च किया। अभियुक्त अवधेश कुमार पाण्डेय (चौकीदार) को गबन के 1.5 लाख रूपयें प्राप्त हुए, जिसने अपने व्यक्तिगत व घरेलु उपयोग में खर्च कर दिया। इस संबंध में थाना कोतवाली पर अभियोग पंजीकृत कर चारों अभियुक्तों को पुलिस हिरासत में लेकर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार