आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। बोगरियां क्षेत्र में पवन नाम का मासूम ब्लड कैंसर से पीड़ित था ही जिसके लिए समाज सेवियों द्वारा काफी प्रयास किया जा रहा है। इस क्षेत्र में एक और मासूम ब्लड कैंसर से पीड़ित हो गया।
मासूम पवन के बाद आठ वर्षीय मासूम आदित्य भी ब्लड कैंसर से पीड़ित हो गया। आदित्य को बुखार आने पर जनपद के डा. एलजे यादव के यहां परिजन दिखाए। इसके बाद मासूम को फातिमा हास्पिटल मऊ में दिखाए आराम न मिलने पर परिजनों ने वाराणसी के प्राइवेट चिकित्सक को दिखाया जहां इसे डेंगू बुखार बताया गया। वाराणसी में ही परिजन दूसरे डा. अवनीश राय को दिखाया। डाक्टर ने सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउण्ड कराया और जांच रिपोर्ट देखने के बाद ब्लड कैंसर की सम्भावना जतायी। डाक्टर ने लखनऊ में हायर सेंटर में दिखाने की सलाह दी। परिजन बालक को लेकर लखनऊ के केजीएमयू में भर्ती कराया। केजीएमयू के चिकित्सकों ने परिजनों को टाटा मेमोरियल कैंसर हास्पिटल मुम्बई में दिखाने की सलाह दी। आदित्य के पिता बृजराशन यादव बहुत गरीब हैं उसके पास मात्र 10 विस्वा जमीन है वह मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। उनके पास आयुष्मान कार्ड भी नहीं है। बृजराशन को जबसे पता चला कि उनके बेटे को ब्लड कैंसर हो गया है मानो उनके पैर के नीचे की जमीन ही खिसक गयी। अपने बेटे की हालत देख बेबश लाचार मजबूर पिता को कुछ सूझ ही नहीं रहा था। उन्होने अपने बेटे के इलाज के लिए समाज सेवी रामकुंवर से मुलाकात की। रामकुंवर ने उन्हे भरोसा दिलाया कि जिस तरह से गोलू का इलाज हुआ। पवन का इलाज चल रहा है उसी तरह से आदित्य का भी इलाज कराने लिए चंदा बसूला जायेगा जरुरत पड़ी तो भिक्षाटन भी किया जायेगा। आदित्य को बचाने के पूरा प्रयास किया जायेगा।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार