आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सगड़ी तहसील के उत्तरी क्षेत्र देवारा में बहने वाली सरयू नदी की लहरों की शुक्रवार को एक बार फिर वापसी शुरू हुई तो 10वीं बार फिर उफान मारने लगी। 24 घंटे में 79 सेमी की वृद्धि के साथ जलस्तर खतरा निशान छूने को बेताब दिखा। इस बीच दो दिन पहले रात से शुरू बारिश शनिवार को भी जारी रहने से जलस्तर और भी बढ़ने की संभावना बढ़ गई है।
जमुआरी, बूढ़नपट्टी, बांका, चक्की, सोनौरा, बेलहिया सहित दर्जन भर गांवों के रास्ते डूबने से पांच स्थानों पर नाव का संचालन शुरू करना पड़ा। हालांकि, अभी सरकारी स्तर पर कितनी नाव चलाई जा रही है, इसकी जानकारी देने वाले ने फोन रिसीव नहीं किया। आसपास के गांवों के रास्तों पर पानी भरने से ग्रामीणों के सामने पशुओं के लिए हरे चारे की समस्या उत्पन्न होने लगी है।
इस बीच 82वें दिन तीन बैराजों से 266618 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से ग्रामीणों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखने लगी हैं। इस प्रकार अब तक 2,15,50,761 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। बीच में 18वें दिन 25 जुलाई, 55वें दिन 1 सितंबर, 66वें दिन 12 सितंबर व 79वें दिन 25 सितंबर को पानी नहीं छोड़ा गया था।
राहत की बात यह कि चार गांवों के बाद सहबदिया में भी कटान अभी रुकी हुई है। शुक्रवार को 18 सेमी की वृद्धि रिकार्ड की गई थी, जबकि शनिवार को तीन सेमी से अधिक प्रति घंटे की रफ्तार से 79 सेमी की वृद्धि दर्ज की गई। मुख्य गेज स्थल बदरहुआ नाले के पास खतरा निशान 71.68 मीटर है। शुक्रवार को 70.52 मीटर रहा, जबकि शनिवार को 71.31 मीटर रिकार्ड किया गया। इस प्रकार नदी खतरा निशान से मात्र 37 सेमी नीचे बह रही थी।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार