अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय थाना क्षेत्र के वैश्यपुर गांव में जमीनी विवाद के बाद उपजे आक्रोश की आग थानाध्यक्ष की सूझ-बूझ से थम गयी। इतना ही नहीं थानाध्यक्ष सविंद्र राय ने बहादुरी दिखाते हुए पांच लोगों की जिन्दगी भी बचा ली। तनाव को देखते हुए गांव में पीएसी व कई थानो की पुलिस तैनात कर दी गयी है।
बुधवार को थानाध्यक्ष अतरौलिया सविन्द्र राय को सूचना मिली कि वैश्यपुर गांव में पुराने विवाद को लेकर दो पक्षों में मारपीट हो गयी है। बिना समय गंवाये थानाध्यक्ष अपने हमराहियों के साथ मौके पर पहुंच गये। मौके पर पहुचने पर थानाध्यक्ष ने देखा कि एक पक्ष द्वारा दूसरे पक्ष के घर को चारों तरफ से घेर कर पत्थरबाजी और तोड़फोड़ की जा रही है। घर के अंदर पांच लोग बंद हैं। थानाध्यक्ष अतरौलिया द्वारा उन्हें रोकने का प्रयास किया गया तो आक्रोशित लोगों ने पुलिस पार्टी पर हमला बोल दिया। इस हमले में थानाध्यक्ष सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गये। आक्रोशित भीड़ ने थाने की दो गाड़ियों सहित कुल पांच गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया। वे सभी घर में छिपे लोगों को ढूढ़ने लगे। थानाध्यक्ष द्वारा भीड़ को घर में घुसने से रोक दिया गया। पुलिस द्वारा आधा घंटे की मशक्कत के बाद रात करीब 12.30 बजे पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में घर के अंदर बंद पांच लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया जिसमे छोटे बच्चे भी थे। घर में बंद लोगों में अभि 2 वर्ष, अभिनव 6 वर्ष, काजल 12 वर्ष और माता को पुलिस ने अपनी अभिरक्षा में ले लिया। मौके की नजाकत और तनाव की स्थिति को देखते हुए गांव में पीएसी व कई थानों की पुलिस तैनात कर दी गयी है।
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तनाव के बीच गांव में पसरा रहा सन्नाटा, ग्रामीणों में आक्रोश
अतरौलिया (आजमगढ़)। स्थानीय थाना क्षेत्र के वैश्यपुर गांव में बुधवार की रात दो पक्षों में रास्ते के विवाद को लेकर हुई मारपीट के बाद पुलिस को रात लगभग 9 बजे जब फिर मारपीट होने की संभावना की जानकारी हुई तो मौके पर थानाध्यक्ष सविंद्र राय मय फोर्स पहुंचे। पुलिस के पहुंचते ही एक पक्ष की उग्र भीड़ में पुलिस के वाहन पर पथराव कर दिया जिससे अफरा तफरी की स्थिति हो गई। सैकड़ो की संख्या में उग्र लोग जब हिंसक हो गए तो पुलिस ने घटना की सूचना उच्च अधिकारियों को दी। सूचना पर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण पुलिस अधीक्षक यातायात क्षेत्राधिकारी बूढ़नपुर सहित लगभग एक दर्जन थानों की पुलिस रात 10 बजे तक घटना स्थल पर पहुंची। काफी मशक्कत के बाद किसी तरीके से मामले को पुलिस द्वारा समझा कर शांत कराया गया तो वहीं दूसरे पक्ष के लोग जो अपने ही घर में बंधक बने हुए थे उन्हें भी पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराते हुए मुक्ति कराई। रात में घंटो उग्र भीड़ कोई हिंसक काम न कर दे इस बात की आशंका पुलिस को बनी रही। हालांकि छिटपुट हिंसा के बीच कोई बड़ी घटना नहीं हो सकी।
क्षेत्राधिकार बूढ़नपुर किरण पाल ने बताया कि 26 नवंबर के मारपीट के बाद घायल पीड़ित महिला का मेडिकल उनकी देखरेख में कराया गया है एवं पहले से दर्ज मुकदमों में अपराध का आकलन करते हुए धारा की वृद्धि की जा रही है एवं साथ ही साथ एक पक्ष से एक व्यक्ति की गिरफ्तारी भी पुलिस द्वारा की गई है। फिलहाल शांति की स्थिति है।
रिपोर्ट-आशीष निषाद