निजामाबाद आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। पहली मोहर्रम का जुलूस कस्बा स्थित इमामबाड़े से देर रात निकाला गया। जुलूस में हजारों लोगों ने शिकरत कर हजरत इमाम हुसैन सहित कर्बला के 72 शहीदों को अकीदत पेश की। इस दौरान हर कोई काला लिबास पहने मातम मना रहा था। जुलूस से पूर्व इमामबाड़ा परिसर में मजलिस किया गया। इस दौरान बताया गया कि हजरत इमाम हुसैन 28 रजब को मदीने से चल कर दो मोहर्रम को कर्बला पहुंचे थे, जहां यजीदी फौजों ने उन्हें तीन दिन भूखा-प्यासा शहीद कर दिया था। जुलूस के दौरान सुरक्षा के बंदोबस्त किए गए थे। बुधवार को मोहर्रम का पहला जुलूस काजी साहब के इमामबाड़ा से लेकर शिवाला घाट स्थित इमाम चौक तक निकाला गया। यह जुलूस फिर काजी साहब के इमामबाड़े पर आकर समाप्त हुआ। मजलिस से पहले सोजख्वानी पेश की गई। इस अवसर पर मौलाना वकार साहब, काजी बाकर हुसैन, आबिद हुसैन, सेराज आजमी आदि लोग उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-वीरेन्द्रनाथ मिश्र