डीएपी की पहली खेप जरूरत के सापेक्ष नाकाफी

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रानीकीसराय आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। क्षेत्रीय सहकारी समिति पर डीएपी की पहली खेप जहां ऊंट के मुह में जीरा साबित हुई, वहीं निर्धारित दर से अधिक कीमत वसूलने से किसानों मंे आक्रोश व्याप्त है।
इन दिनांे किसान खेत की तैयारी कर आलू, लहसुन आदि की बोआई में जुट गए हैं। बोआई के लिए खाद की आवश्यकता अधिक है। क्षेत्रीय सहकारी समिति पर एक खेप डीएपी आई तो मनमाने ढंग से वितरित हो गई। अधिकांश किसान वंचित हो गए। इधर बिक्री की जा रही डीएपी की कीमत भी निर्धारित दर की जगह 1390 वसूली जा रही है, जबकि शासन द्वारा सब्सिडी के बाद कीमत कम हो गई थी। सहकारी क्रय विक्रय-समिति के संचालक छोटेलाल यादव ने कहा किसानों का शोषण किया जा रहा है। जो भी खाद उपलब्ध हो रही है उसे निर्धारित दर ही बेचा जाना चाहिए। उन्होंने जिला प्रशासन से जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
रिपोर्ट-प्रदीप वर्मा

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