फौजी का शव घर पहुंचते ही मचा कोहराम

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रानी की सराय आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय क्षेत्र के बभनौली गांव निवासी सीआरपीएफ जवान लक्ष्मी यादव की बिमारी के चलते मौत हो गई। शव घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान काफी संख्या में ग्रामीण और आसपास के लोग मौजूद थे।
सिधारी थाना क्षेत्र के बभनौली गाव निवासी लक्ष्मी यादव पुत्र जयचंद यादव सीआरपीएफ में तैनात थे। इनकी तैनाती डीकोकी 243 मऊ बनबिहार दिल्ली में थी। एक वर्ष से कैंसर से पीडित होने पर इन्हें टाटा हास्पिटल मुम्बई में भर्ती कराया गया था। शासन द्वारा जहां उपचार चल रहा था। उपचार के दौरान 7 जून को अंतिम सांस ली। मौत के बाद रात में ही शव घर बभनौली लाया गया। यहां तिरंगे में लिपटे शव को परिजनों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। शव से लिपट कर पत्नी और बच्चे बिलख पडे़। यहां से प्रक्रिया पूरी कर शव यात्रा बडै़ला ताल पहुंची। सात किमी तक चली शव यात्रा में युवा भी शामिल रहे और दिल्ली रेजिमेंट भी शामिल रहे। युवा भारत माता की जय, जब तक सूरज चांद रहेगा लक्ष्मी नाम रहेगा आदि उद्घोष भी कर रहे थे। मुखाग्नि से पहले गारद सलामी दी गई। मुखाग्नि पिता जयचंद ने दी। पत्नी सबिता यादव और एक पुत्र राज यादव 9 साल है। माता दुर्गावती देवी भी पुत्र की मौत पर बिलखती रही। जिला पंचायत अध्यक्ष विजय यादव, प्रधान रविन्द्र विश्वकर्मा, हरेन्द्र यादव, राजेश यादव, रिशु यादव, नंदकिशोर यादव आदि ने पुष्प अर्पित किया।
रिपोर्ट-प्रदीप वर्मा

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