फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। बरसात होते ही धान की रोपाई कराने में किसान लग गये। खेतो में नमी के साथ पानी होते ही जो किसान रोपाई कराने से हिचकिचा रहा था वह भी रोपाई के लिए खेत की जोताई कराने लगा तो जो किसान खेत तैयार कर वर्षा होने के इंतजार में था, बरसात होते ही धान की नर्सरी से धान के पौधों को उखड़वाने में लगा और रोपाई खेतो में शुरू कर दिए।
धान की रोपाई का कार्य युद्धस्तर पर शुरु हो गया। क्षेत्र के इटकोहिया, झकहा, पूरा दुलार, जोमा, मेज़वा, बक्सपुर, चमावा, डारीडीह, अनजान शहीद, कनेरी, फूलपुर देहात, सदरपुर बरौली, टेवगा, शेखवलिया, शहजेरपुर आदि गांव में किसान रोपाई कराने में लग गये। रिमझिम बारिश में भी किसान सुबह पांच बजे मजदूरों की तलाश में निकल जा रहे हैं। कोई मेड़बंदी करा रहा तो कोई रोटावेटर चलाकर खेत तैयार कर रहा है। कोई नर्सरी में रोपाई के लिए पौधा उखड़वा रहा तो कोई रोपाई करा रहा है। मजदूरों के अभाव को देखते हुए बिहार प्रदेश और उत्तराखंड के मजदूर रोपाई करने के लिए आ गए हैं। तीन मजदूर एक दिन में 60 विस्वा रोपाई कर रहे हैं। जिस किसान को स्थानीय मजदूर नही मिल रहे वो बिहारी मजदूर और उत्तराखंड से आये मजदूरों से सम्पर्क कर अपनी धान की रोपाई करा रहा है। किसान मो.अनवर, आमिर, मनीष, सन्तोष, रामराज, प्रमोद आदि ने कहा कि बरसात न होने से जो किसान हिचकिचा रहे थे वह भी रोपाई करा रहे हैं जिससे मजदूरों का अभाव हो गया है। फिर भी मौका मिल गया अब सारे खेत की रोपाई कराई जाएगी।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय