अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से आजमगढ़ से गोरखपुर को जोड़ने के लिए लिंक एक्सप्रेस-वे को बनाने वाली कार्यदाई संस्था दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड से किसानों का विवाद हुआ है। कंपनी अपने पावर प्लांट के लिए अतरौलिया थाना क्षेत्र के मदियापार स्थित बसावन पट्टी में वहां के किसानों के उपजाऊ खेत को 3 वर्ष के लिए लीज पर ली थी। कार्य समाप्त न होने की दशा में एक दिसम्बर 2022 से 30 नवम्बर 2024 तक का फिर से अनुबंध किया गया और शर्तों के अनुसार बढ़े हुए समय का भुगतान जनवरी माह में ही अग्रिम रूप में करना था। कार्यदायी संस्था द्वारा आज तक का भुगतान किया, जितने समय का भुगतान हुआ वह अब समाप्त हो गया है। मगर अब भी कार्यदायी संस्था का काम उक्त जमीन पर चल रहा है।
एग्रीमेंट के अनुसार अग्रिम भुगतान को लेकर किसान कंपनी के अधिकारियों से पिछले कुछ महीनो से मांग कर रहे थे मगर कंपनी के अधिकारी काम समाप्त होते देख किसानों की मांग को अनसुना कर दे रहे थे। एग्रीमेंट नवंबर 2024 तक का है लेकिन अग्रिम भुगतान नहीं किया गया। शुक्रवार को किसान आक्रोशित हो कर पावर प्लांट पर पहुंचकर कार्य को रुकवा दिए। काम रुकवाने की सूचना जैसे ही दिलीप बिल्डकॉन के प्रोजेक्ट मैनेजर हरिहर सिंह को हुई तो हरिहर सिंह व एसएन सिंह तथा स्थानीय पुलिस पहुंचकर किसानों को लिखित आश्वासन देकर किसानों को शान्त कराए। बसवन्ना पट्टी गांव निवासी सूर्य प्रकाश यादव, चंद्रजीत यादव, आलोक यादव आदि लोगों का आरोप है कि कंपनी अनुबंध के अनुसार किसानों का भुगतान कर रही थी लेकिन इस बार 30 मई 2024 तक का ही भुगतान किसानों का किया गया जबकि इसके लिए कई बार तहसील पर भी किसानों द्वारा प्रार्थना पत्र दिए गए। अभी भी किसानों का 6 महीने का अग्रिम भुगतान नहीं किया गया। प्रोजेक्ट मैनेजर हरिहर सिंह ने बताया कि अनुबंध के अनुसार किसानों का भुगतान किया जा रहा है, अभी 30 नवम्बर 2024 तक अनुबंध है। 30 मई 2024 तक पेमेंट कर दिया गया है एक या दो हफ्ते में सभी पेमेंट करवा दूंगा। हम लोग लगे हैं एक हफ्ते में किसानों का भुगतान कर दिया जाएगा।
रिपोर्ट-आशीष निषाद