आजमगढ़। धान की रोपाई करके किसान काफी परेशान हैं जो भी उसके पास पैसे थे वह सब लागत पूंजी लगाकर धान की रोपाई कर दिया लेकिन इस आषाढ़ मास में इन्द्र भगवान के कोप के चलते बारिश न होने से किसानों की चिंताएं बढ़ गयी हैं। आषाढ़ मास बीतने को है लेकिन बारिश की जगह आसमान आग उगल रहा है।
किसान जैसे तैसे धान की नर्सरी तो डाल दिए लेकिन रोपाई कैसे करें जिन्होंने रोपाई भी कर दी वह उसकी देखभाल कैसे करें इतना पानी कहां से आएगा, यही स्थिति रही तो लोगों को पानी पीने के लिए नहीं मिलेगा। कुछ संपन्न किसान ऐसे भी हैं जो अपने ट्यूबवेल या पंपिंग सेट के भरोसे रोपाई कर चुके हैं लेकिन अब उनके भी धान का खेत सूख रहा है। खेत में दरारे पड़ रही हैं लेकिन बारिश का कोई लक्षण नहीं लग रहा है। बारिश नहीं होने से जहां तपन से जनता परेशान है वहीं पशु पक्षियों का भी बुरा हाल है। ताल तलैया सब जल विहीन हो गए हैं। सरकार द्वारा करोड़ों रुपए हर साल इनकी साफ सफाई पर खर्च किए जाते हैं लेकिन इसका भी लाभ किसानों को कभी नहीं मिल पाता है। मध्य से टेल तक पानी पहुंच ही नहीं पाता। हालांकि देश के अन्य राज्यों में कहीं कहीं पानी से हाहाकार मचा हुआ है लेकिन यहां उसी पानी का ऐसा अकाल पड़ा है कि इससे किसान चिंतित हैं। अगर यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में लोग बरसात के पानी के लिए तरस जाएंगे।