आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। किसान हितों को लेकर संघर्षरत किसान नेता इम्तेयाज बेग के नेतृत्व में संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले मुख्यमंत्री को संबोधित चार सूत्री ज्ञापन जिलाधिकारी को गुरूवार को सौंपा गया। इसके पहले किसान नेताओं द्वारा सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी भी किया।
उत्तर प्रदेश किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष इम्तेयाज बेग ने कहा कि सरकार किसानों और गरीब, मजदूरों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। केंद्र सरकार ने इस बार के बजट में भी किसानों हितों और महंगाई पर कोई काम नही करने का आरोप लगाया और बजट को झुनझुना बताया। श्री बेग ने कहा कि 27 जनवरी को ही गन्ना का मूल्य तय करने की बात कहीं गई लेकिन आज तक घोषित नहीं किया जा सका। किसानों को लेकर सरकार जितना उदासीन है उतना ही पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए गंभीर नजर आती है। प्रदेश अध्यक्ष ने एमएसपी पर सभी फसलों की कानूनी गारंटी के लिए, किसानों के उचित प्रतिनिधित्व के साथ, केंद्र सरकार के बादे के अनुसार एसकेएम के प्रतिनिधियों को शामिल कर, एमएसपी पर एक नई समिति का पुनर्गठन करने और प्रत्येक वृद्ध किसानों को दस हजार रूपए मासिक पेंशन दिए जाने की मांग की।
कमला राय व जीयालाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार अविलंब गन्ने के मूल्य 450 रुपया प्रति कुंतल की घोषणा करे। उच्च न्यायालय के निर्णयानुसार पिछले वर्ष के गन्ने के बकाए का भुगतान ब्याज सहित सुनिश्चित किया जाय, इस वर्ष किसानों के द्वारा मिलों को दिए गए गन्ने के बकाया का तत्काल भुगतान शुरू कराया जाए, गन्ने से बनने वाले उप उत्पाद जैसे इथेनॉल, अल्कोहल, बिजली, बगास आदि के मुनाफ में गन्ना किसानों की हिस्सेदारी सुनिश्चित किए जाने की मांग दोहराई है। इस अवसर पर बशीर मास्टर, विश्राम चौहान, राजेन्द्र, खरपत्तू राजभर, रामचन्द्रर, गुलाब, जानकारी नाथ, दयाराम सहित आदि किसान नेता मौजूद रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार