अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। पिछले बुधवार को प्रशासन द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने अतिक्रमण कर अवैध रूप से संचालित दवा की दुकानों को हटाया गया तथा 100 शैय्या संयुक्त जिला चिकित्सालय के सामने अतिक्रमण कर अवैध रूप से संचालित मेडिकल स्टोर को 2 दिन के अंदर हटाने की चेतावनी दी गई थी। चेतावनी के बावजूद अतिक्रमण तो नहीं हटा मगर मेडिकल स्टोर की हकीकत जनता के सामने आ गयी। कुछ दुकानदार प्रशासन के भय से अपनी दुकानें इधर-उधर सेट करने लगे तो उनके दुकानों से जिनमें बड़ी मात्रा में नकली व एक्सपायरी दवाओं का खेप मिला। सम्बंधित दुकानदार इसे हटाने की वजह वहीं पर फेंक कर चले गए।
मीडिया की निगाह जब इन दवाओं पर पड़ी तो बड़ी मात्रा में नकली दवा तथा एक्सपायरी दवाएं पर की पड़ी तो वह दुकानदारों से जब इसका हकीक़त जानना चाहा तो दुकानदार कुछ बोलने की बजाय मीडिया को ही नसीहत देने लगे। वहीं कुछ दुकानदारों ने यह भी आरोप लगाया कि एक कथित लेखपाल मेडिकल स्टोर संचालकों से सुविधा शुल्क लेकर दुकानों को गेट के बगल ही रखवाने का कार्य कर रहा है जबकि कथित लेखपाल दुकानदारों को यह आश्वासन भी दे रहा है कि यहां से दुकाने नहीं हटाई जाएंगी।
रिपोर्ट-आशीष निषाद