लाखों खर्च करने के बाद भी खुले में शौच से मुक्त नहीं हो सके फूलपुर के गांव

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फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्वछ भारत मिशन योजना में सरकार द्वारा गांवों को स्वच्छ रखने के लिए करोड़ो रूपये खर्च किए गए हैं। इसके बाद भी फूलपुर ब्लाक खुले में शौच से मुक्त नहीं हो सका है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में 1574 और शौचालयों के निर्माण का लक्ष्य मिला है।

फूलपुर ब्लाक क्षेत्र में वर्ष 2015 एसवीएम योजना की शुरुआत हुई थी। वर्ष 2025 तक सरकार द्वारा व्यक्तिगत शौचालय के लिए 45198 परिवारों को सहयोग राशि दिया जा चुका है। वर्तमान वर्ष के लिए फूलपुर ब्लाक को 1574 शौचालय निर्माण का लक्ष्य दिया गया है। इसके लिए 801 आवेदन प्राप्त हो गए हैं। इसी प्रकार ब्लाक क्षेत्र के गांवों में 571000 खर्च कर 87 सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया है। इन शौचालयों का नामकरण इज्जत घर के रूप में किया गया है। सरकार की मंशा थी कि ग्रामीण खुले में शौच न जाकर इज्जत घर का प्रयोग करें। प्रत्येक सामुदायिक शौचालय पर एक महिला सखी की नियुक्ति की गई है। जिसे 6 हजार प्रतिमाह मानदेय दिया जा रहा है। रख रखाव के लिए प्रति माह तीन हजार सरकार द्वारा दिया जा रहा है। सरकार द्वारा सामुदायिक शौचालय पर प्रतिमाह 783000 रुपये मानदेय व रख रखाव पर खर्च किया जा रहा है। जागरूकता के नाम पर भी लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। फिर भी गांव व नगर खुले में शौच से मुक्त नही हो पा रहे हैं। सरकार द्वारा 45198 व्यक्तिगत शौचालय के निर्माण पर 542376000 रुपये तथा 87 सामुदायिक शौचालय के निर्माण में 49677000 रुपये खर्च किया जा चुका है। मानदेय और रख रखाव पर 783000 प्रतिमाह खर्च किया जा रहा है।
इस सम्बन्ध में प्रभारी सहायक विकास अधिकारी ने बताया कि सरकार का प्रयास है कि एक भी परिवार शौचालय से वंचित न रह जाय हर घर शौचालय निर्माण कराकर खुले में शौच से मुक्त बनाया जाएगा स्वच्छ भारत की परिकल्पना सरकार की साकार होगी।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय

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