फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। केंद्र और प्रदेश सरकार गांव से लेकर शहर को स्वच्छ बनाने के लिए करोड़ों रुपया खर्च करके स्वच्छ भारत मिशन का सपना साकार करने का प्रयास लगातार कर रही है। इसके लिए जहां गावों में ब्यक्तिगत शौचालय के लिए 12 हजार सहयोग राशि दे रही है वहीं प्रत्येक गांव में सामुदायिक शौचालय का निर्माण करवाया गया। परंतु सरकार के मंशा की पूर्ति कहीं होती नहीं दिखाई दे रही है। सामुदायिक शौचालय पर गांव में गठित स्वयं सहायता समूह की महिला सखी की नियुक्ति की गई है और प्रतिमाह 9 हजार मानदेय दिया जा रहा है। पर इन शौचालय का प्रयोग नहीं हो रहा है जिसका जीता जागता प्रमाण ग्राम पंचायत जोमा में देखने को मिला।
ग्राम पंचायत जोमा में शौचालय खुलने के समय पर ताला बंद मिला। इसी प्रकार बक्सपुर मेज़वा में ताला बंद मिला जिससे प्रतीक होता है कि ब्लाक मुख्यालय से सटे गावों में जब ऐसी दशा है तो ब्लाक से 15 से 20 किलोमीटर दूर स्थित गावांे की स्थिति क्या होगी। इस संबंध में सहायक बिकास अधिकारी पंचायत असविन्द यादव ने बताया कि मेरा स्थान्तरण हो गया। नए प्रभारी सहायक बिकास अधिकारी पंचायत मार्टिनगंज राधेश्याम से बात करने का प्रयास किया गया तो मीटिंग में होने की बात बताए और बोले अभी मुझे एक दिन पूर्व प्रभार मिला है। खण्ड विकास अधिकारी अवकाश पर हैं।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय