पटवध आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। नसीरपुर स्थित शिफा अस्पताल में बीते दिनों नॉर्मल डिलीवरी के दौरान जच्चा बच्चा की मौत हो गई थी। जिसको लेकर परिजनों द्वारा अस्पताल के गेट पर धरना प्रदर्शन किया गया। इसको देखते हुए पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और सीएमओ डा.अशोक कुमार के निर्देशन में अस्पताल के लेबर रूम और ओटी को सील करने की बात कही गई थी। लेकिन डिप्टी सीएमओ अविनाश झा द्वारा केवल लेबर रूम को सील करके जांच पड़ताल की बात कही गई थी। उसके बाद भी शिफा नर्सिंग होम के डाक्टर और संचालक द्वारा बिना किसी डर भय के अस्पताल का संचालन शुरू कर दिया गया।
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि यह ऐसा हॉस्पिटल है जहां अक्सर कुछ इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं। उसके बाद भी प्रशासन मौन बैठा था। इस संदर्भ में पत्रकारों की एक टीम सीएमओ कार्यालय पहुंचकर सीएमओ डा.अशोक कुमार से अस्पताल संचालित होना बताया तो उन्होंने तुरंत अपने मातहतों को भेज कर अस्पताल के ओटी को भी सील करवा दिया और बताया कि अस्पताल के संचालक और डाक्टर के ऊपर एफआईआर दर्ज करवा दी गई है। अस्पताल का रजिस्ट्रेशन सही पाया गया है। वह केवल ओपीडी कर सकती हैं। हम एक डाक्टरों का पैनल बनाकर उसके माध्यम से पूरी जांच पड़ताल करवाएंग।े जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। अब देखना है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच पड़ताल के दौरान क्या निर्णय लेती है और संचालकों के खिलाफ क्या कार्यवाही की जाती है।
रिपोर्ट-बबलू राय