आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। ईपीएस 1995 से आच्छादित भारत सरकार एवं प्रदेशीय सरकार के अधीन समस्त निगमों, प्राइवेट लिमिटेड, कंपनियों के सेवारत, सेवानिवृत्त कर्मचारियों, अधिकारियों की विशाल जनसभा रोडवेज सभागार में चार सूत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रीय संघर्ष समिति यूनियन के बैनर तले हुई। मुख्य अतिथि के रूप में केएस तिवारी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उपस्थित रहे। अध्यक्षता ओंकार नाथ तिवारी मंडल अध्यक्ष आजमगढ़ ने किया।
वक्ताओं ने कहा कि ईपीएस 1995 की योजना अंतर्गत आच्छादित है और हमने निर्धारित धनराशि जमा किया है। सभी का 15-20 लाख रुपये पेंशन मद में जमा है। अल्प पेंशन में इस महंगाई में परिवार का भरण पोषण नामुमकिन हो रहा है। यदि जमा की गयी रकम को हम बैंक, पोस्ट आफिस में जमा किये होते तो हमें कम से कम दस से 15 हजार रुपये मासिक पेंशन मिलती और हमारा मूल धन बचा रहता। किन्तु ईपीएफओ और केंद्र सरकार हमारा मूलधन भी नहीं दे रही है और वृद्धावस्था में हमारा शोषण कर रही है। मान सम्मान से जीने भी नहीं दे रही है।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में प्रधानमंत्री, श्रम मंत्री व वित्त मंत्री से तीन दौर वार्ता हुई। आंदोलन भी किया परंतु मात्र आश्वासन मिलता रहा। करेंगे। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने भी पेंशन देने का निर्णय पारित किया है फिर भी सरकार और ईपीएफओ टाल मटोल कर रहा है। आगामी चार व पांच अगस्त को दिल्ली के जंतर मंतर पर देश व्यापी धरना प्रदर्शन करेंगे। यदि हमारी मांगें पूरी नहीं की गयी तो इसके पश्चात जेल भरो आंदोलन करेंगे और वर्तमान सरकार के खिलाफ वोट करेंगे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार