पटवध आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। विद्युत उपखंड गुलवागौरी बिलरियागंज के परिसर में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन एवं विद्युत तकनीकी कर्मचारी एकता संघ के केन्द्रीय नेतृत्व के निर्देश पर विद्युत पंचायत का आयोजन किया गया।
वर्तमान में पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम का पीपीपी मॉडल पर निजीकरण करने का निर्णय पावर कारपोरेशन प्रबन्धन, सरकार द्वारा लिया गया है, जिसके विरोध में समस्त विद्युत कर्मचारी के आंदोलनरत है एवं विभिन्न उपकेंद्रों पर विद्युत पंचायतों का आयोजन कर समस्त उपभोक्ताओं, किसानों, छात्रों को जानकारी दी जा रही है कि बिजली निगमों के निजीकरण के क्या दुष्परिणाम होंगे।
वर्तमान में सरकारें इन संस्थानों, विभागों को चलाने में अपनी असमर्थता जता कर इन संस्थानों, लोक सम्पत्तियों को पूंजीपतियों के हाथों में नीलाम कर निजीकरण करने का कार्य किया जा रहा है। प्राथमिक स्कूलों को मर्जर के नाम पर बन्द करने, नलकूप विभाग के विभिन्न पदों को समाप्त करने व रोडवेज सहित अन्य कई विभागों में नये पदों का सृजन न कर छंटनी करने, बेरोजगारी बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। अगर बिजली निजी हाथों में बिक जायेगी तो इसके कई दुष्परिणाम होंगे।
इस दौरान किसान नेता राजीव यादव, जनप्रतिनिधि अनवार अहमद, शिक्षक नेता हरेन्द्र यादव, महेन्द्र निषाद, दयाराम साहनी, महेन्द्र यादव, ई. शत्रुघ्न यादव, चन्द्र शेखर, उपेन्द्र नाथ चौरसिया, वेदप्रकाश यादव, जय प्रकाश यादव, धीरज पटेल, अखिल कुमार पांडेय, अशेष सिंह, तुषार श्रीवास्तव, संदीप चन्द्रा, रामउजागिर पाल आदि उपास्थित रहे। अध्यक्षता ई. राजू कुमार एवं संचालन प्रभुनारायण पाण्डेय प्रेमी ने किया।
रिपोर्ट-बबलू राय