आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। मुख्य अभियंता कार्यालय प्रांगण में विभिन्न कर्मचारी संगठनों के कर्मचारी राज्य सरकार के सरकारी विभागों निगमों निकायो एवं विश्वविद्यालय कर्मचारी अधिकारी एवं शिक्षकों ने ध्यानाकर्षण कार्यक्रम कर विद्युत विद्युत कर्मचारियों के साथ किए जा रहे उत्पीड़न एवं 3 दिसंबर 2022 को कर्मचारी संगठनों एवं ऊर्जा मंत्री के साथ किए गए समझौते को लागू न किए जाने पर गंभीर चिंता व्यक्त की। संजय कुमार पांडेय जनपद अध्यक्ष उत्तर प्रदेश डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ उत्तर प्रदेश के नेतृत्व में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को ज्ञापन दिया गया।
ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा द्वारा दमनात्मक कार्रवाई वापस करने हेतु एवं समझौता व अन्य मागों पर कार्यवाही किए जाने हेतु मुख्यमंत्री से अनुरोध किया जिससे उत्तर प्रदेश ऊर्जा निगम़ो के चेयरमैन एम देवराज को दिए गए निर्देशों का क्रियान्वयन हो सके। राज्य निगम निकाय कर्मचारी संयुक्त मंच उत्तर प्रदेश द्वारा यह निर्णय लिया गया कि यदि 2 अप्रैल तक विद्युत कर्मियों के साथ हुआ समझौता लागू नहीं किया गया और दमनात्मक कार्यवाही तत्काल वापस नहीं ली गई तो प्रदेश के 18 लाख कर्मचारी शिक्षक आगे और कठोर कदम उठाने हेतु बाध्य होंगे जिसका सारा उत्तरदायित्व उत्तर प्रदेश सरकार का होगा। इस अवसर पर प्रभु नारायण पांडे प्रेमी, सहायक अभियंता इं.चंद्रशेखर प्रसाद, धरमू यादव, इं.शत्रुघन यादव, सहायक अभियंता सूर्या सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष संदीप प्रजापति, सहायक अभियंता वेद प्रकाश, शेषनाथ सिंह चौहान, रविंद्र यादव, मनोज कुमार सिंह, संजय कुमार यादव आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार