आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। चकबंदी विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ व भू-माफिया के खिलाफ कार्रवाई को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे दम्पत्ति को अभी भी न्याय नहीं मिला। भूख हड़ताल के दसवें दिन भी दम्पत्ति धरने पर बैठे रहे। दम्पत्ति का कहना है कि जबतक उन्हे न्याय नहीं मिलेगा तब तक वह धरने पर बैठे रहेगें।
निजामाबाद तहसील के ग्राम बुद्धसेनपुर निवासी बुजुर्ग दम्पत्ति फर्जी अमलदरामद के खिलाफ दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई को लेकर सोमवार को पुनः जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अंबेडकर पार्क में धरनारत है। उनका आरोप है कि मौजूदा चकबंदी हाल के आकार पत्र 11 के खाता संख्या 99 के ग्राम के भू माफिया मुन्ना उर्फ मुन्नीलाल पुत्र खेदू यादव ने फर्जी ढ़ंग से फर्जी मुकदमा नम्बर 4781 तारीख फैसला 16 मई 1986 मुन्ना बनाम लालचन्द्र की अमलदरामद लालस्याही से करवा दिया। इस फर्जी कार्यवाही में सुरक्षित पत्रालय माल के अधिकारी व कर्मचारी शामिल है। जानकारी होने पर बुजुर्ग दम्पत्ति 26 दिसम्बर 2022 को जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अंबेडकर पार्क में भूख हड़ताल पर बैठ गए। इस हड़ताल के बाद जिलाधिकारी ने बंदोवस्त अधिकारी, चकबंदी व अतिरिक्त मजिस्ट्रेट प्रथम की जांच टीम बनाकर जांच कराया। दोनों अधिकारियों ने 11 जनवरी 2023 को जांच रिपोर्ट में आदेश 16 मई 1986 को कूटरचित व फर्जी पाया लेकिन इस रिपोर्ट के बाद भी जिलाधिकारी द्वारा न तो आदेश 16 मई 1986 को निरस्त किया गया और न ही दोषी कर्मचारी व लाभार्थी मुन्ना यादव के ऊपर रिपोर्ट ही दर्ज कराई गई। बुजुर्ग दम्पत्ति की मांग है कि 1986 के आदेश को खारिज किया जाय तथा भू-माफिया के खिलाफ कार्रवाई की जाय।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार