खोदाई के कारण मुर्दों को दो कंधों पर ही जाना पड़ रहा है

शेयर करे

मीरजापुर के लालडिग्गी तिराहा पर चल रहा अमृत पेयजल योजना का काम

मीरजापुर। लालडिग्गी तिराहा पर खोदाई और मलबा के कारण अंतिम यात्रा में मुर्दों को दो कंधों पर ही जाना पड़ रहा है। नगर के अति व्यस्त विंध्याचल मार्ग होने के बावजूद विभागीय लेट लतीफी का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा हैं। करीब एक सप्ताह से खोदी गई सड़क जिंदा ही नहीं मुर्दों के लिए भी मुसीबत बनी है। किसी शख्स को दुनिया से विदा होने पर वह चार कन्धों पर सवार होकर अंतिम यात्रा करता है। अमृत पेयजल योजना की पाइप डालने के लिए लालडिग्गी तिराहा पर पूरी सड़क एक सप्ताह से खोद दिया गया है। उससे निकला मलवा वही डंप किया गया है। इससे वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है। लोगों को गणेशगंज का चक्कर लगाकर आना जाना पड़ रहा है।

पैदल चलना भी दुश्वार

जानकारी के अनुसार इस मार्ग पर पैदल जाना भी मुश्किल हो गया है। मरने के बाद मुर्दे को मिले चार कंधे को भी कार्यदायी संस्था की अदूरदर्शिता छीन लें रही है। पैदल जाने का भी जगह न होने से मुर्दे को भी दो कंधे पर अंतिम यात्रा करना पड़ रहा है। तिराहा पर खोदा गया विशाल गड्ढा जिंदा ही नहीं मुर्दो के लिए भी मुसीबत बन गया है। ठेकेदारों की मनमानी और लेट लतीफी इस दुनिया में यातायात को ध्वस्त कर ही दिया है। इस लोक को छोड़ने के बाद भी मुसीबत मृतक का पीछा नहीं छोड़ रही हैं। एक सप्ताह से जिंदा ही नहीं मुर्दा भी समस्या को झेलने को विवश हैं। जबकि प्रदेश स्तर पर सुगम यात्रा के लिए यातायात माह मनाया जा रहा है। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि गड्ढे के चलते काम धन्धा सब ठप्प हो गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *