योगी आदित्यनाथ ने 143 करोड़ की 50 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया
आजमगढ़ (सृष्टि मीडिया)। जिला आजमगढ़ ऋषियों-मुनियों और साहित्यकारों की धरती रही है, लेकिन राजनीतिक संकीर्णता के कारण यहां की प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का मौका नहीं मिला। यहां पहचान ऐसी बन गई थी कि कहीं बाहर जाने पर भी उसे छिपाना पड़ता था, क्योंकि बाहर जाने पर आजमगढ़ के नाम पर कहीं रहने के लिए कमरा नहीं मिलता था। हमने विकास के बल पर जिले की पहचान बदल दी है। उक्त बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को आजमगढ़ आइटीआइ मैदान से कही। इस दौरान उन्होंने 143 करोड़ की 50 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
हस्त शिल्पियों को कम ब्याज पर ऋण उपलब्ध हो चुकी है सुविधा : योगी
बतादें, लोकसभा के उप-चुनाव में दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ को विजयी बनाने के लिए जनता का हृदय से आभार जताने के बाद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिले से हमारे सांसद-विधायक भले न जीते हों, लेकिन हमने विकास के मामले में भेदभाव नहीं किया। जिले को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे दिया, जिससे अब दो घंटे में लखनऊ का सफर तय किया जा सकता है। जिले के लोगों का सपना था कि यहां विश्वविद्यालय का निर्माण, जिसे हमने पूरा कर दिया और उसका नाम महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय रखा। हस्त शिल्पियों को कम ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराया। पांच लाख नौजवानों को बिना भेदभाव के नौकरी दी, तो 1.65 करोड़ नौजवानों के लिए रोजगार की संभावनाएं बढ़ाई हैं। ओडीओपी प्रोडक्ट के लिए कामन फैसिलिटी सेंटर दिया। उन्होंने कहा कि विकास परियोजनाओं को आगे बढ़ाने से ही देश व समाज में खुशहाली आएगी। यहां के जनप्रतिनिधियों ने भी कई प्रस्ताव दिए हैं, जिस पर काम होगा। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन से कहा कि एक ऐसा प्रस्ताव बनाएं जिससे ब्लैक पाटरी से ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार का अवसर मिले। सांसद भी डीएम के साथ बैठक करके रोजगार और विकास की रणनीति को जमीन पर उतारें।
रिपोर्ट : अमन विश्वकर्मा