माहुल आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। विकास खंड अहरौला अंतर्गत ग्राम मेंहदवारा में बीते तीन वर्षों से राजभर और पाल जाति के 50 घर के लोग कीचड़ और गंदे पानी में जीने को मजबूर हैं। बस्ती के बीच में जगदीश के घर से सिधारी के घर तक इंटरलॉकिंग रोड के साथ ह्यूम पाइप नाली बनी है लेकिन आगे 15 मीटर सरकारी पोखरी तक यह नाली नहीं मिल पाई। पोखरी के पास में दो लोग नाली बनाने को लेकर विरोध कर रहे हैं जिसके चलते नाली का पानी निकासी न होने के कारण पूरी बस्ती गंदे कीचड़ पानी में चलने को मजबूर है।
दुर्गंध और गंदगी के कारण तमाम संक्रमित बीमारियां फैल रही हैं अधूरी नाली को बनाने की मांग गांव के लोग थाना दिवस से लेकर तहसील दिवस और पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर, एमएलसी रामसूरत राजभर, एससचओ अहरौला तक से कर चुके हैं। एसडीएम और तहसीलदार इस नाली को बनाने की स्वीकृति भी दे दिए हैं और आदेश दिए हैं कि इस नाली निर्माण में कोई भी अवरोध उत्पन्न करता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए लेकिन गांव के लोगों का कहना है गांव के ग्राम प्रधान रामनारायण आदेश के बाद भी इस नाली निर्माण की प्रक्रिया को आगे नहीं बढ़ा रहे हैं जिसका कारण है कि जिस जगह नाली बना है वहां दो लोग मारपीट पर उतारू हैं। नाली न बनने से लोगों के घरों का गंदा पानी और बारिश का पानी रोड पर ही जमा हो रहा है और इसी पानी के बीच बच्चे बूढ़े नौजवान सभी लोग चलने को मजबूर हैं।
गांव की महिलाओं ने मंगलवार को नाली ना बनाए जाने को लेकर पानी में हल कर अपना विरोध जताया। इस संबंध में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के किसान सभा के नेता कामरेड त्रिलोकी नाथ ने कहा कि अगर इस गांव के लोगों की नाली निर्माण की समस्या नहीं हल हुई तो आगामी दिनों में शाहपुर बाजार में सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण अहरौला-बूढ़नपुर मार्ग को जाम करेंगे और धरना प्रदर्शन करेंगे।
इस मौके पर इंद्रावती देवी, संतराजी, हिमरावती, इशरावती, उर्मिला, राम मिलन, प्रमिला, सुरेंद्र पाल, सिधारी, कोमल, शिव कुमार, ममता, शकुंतला आदि मौजूद रहीं।
रिपोर्ट-श्यामसिंह