आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। होमियोपैथिक मेडिकल एसोसिएशन ऑफ इण्डिया व केमिस्ट एण्ड मैन्युफैक्चरस एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में होमियोपैथी के अन्वेषक डॉ.क्रिश्चियन फेडिक सैम्युएल हेनिमेन की 268वीं जयंती सोमवार को देर शाम शहर के बदरका स्थित एक स्कूल में मनाई गई। इस दौरान डॉ.हेगिमेन के कृतित्व और व्यक्तित्व पर चर्चा हुई। कार्यक्रम का शुभारम्भ हिना देसाई, डॉ. भक्तवत्सल, डॉ.देवेश दूबे, डॉ.नेहा दूबे, डॉ.रणधीर सिंह, डॉ.प्रमोद गुप्ता, डॉ.वी पाण्डेय, डॉ.गिरीश सिंह एवं रमाकान्त वर्मा ने संयुक्त रूप से डॉ.हेनिमेन के चित्र पर माल्यार्पण कर किया।
हिना देसाई ने कहा कि होमियोपैथी के जनक डॉ.सैम्युएल हेनिमेन ने चिकित्सा के क्षेत्र में होमियोपैथी के जरिये हमें ऐसी सुरक्षित विधा प्रदान की है जिससे आज करोड़ों लोग लाभान्वित हो रहे हैं। राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य हमाई डॉ.भक्तवत्सल ने कहा कि महात्मा डॉ.हेनिमेन ने पीड़ित मानवता के लिए होमियोपैथी के रूप में एक अमृत कलश प्रदान किया है जिसकी दो बूंद औषधि से अनेकानेक रोगों का उन्मूलन सहजता से हो जाता है। हमाई आजमगढ़ के अध्यक्ष डॉ.देवेश दुबे ने कहा कि स्वस्थ भारत की परिकल्पना बिना होमियोपैथी के करना सम्भव नहीं है। डॉ० नेहा दूबे ने कहा कि प्रदेश के सभी राजकीय होमियोपैथिक मेडिकल कालेज में रिक्त स्थानों पर शिक्षकों की नियुक्ति होनी चाहिए। डॉ. प्रमोद गुप्ता ने कहा कि प्रत्येक जिले में होमियोपैथी का एक कालेज खोला जाए जिससे होमियोपैथी का प्रचार प्रसार हो। इस अवसर पर डॉ.ज्योती खण्डेलवाल, डॉ.अभिषेक राय, डॉ.माला पाण्डेय, डॉ.सुधाकर राय को स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया। डॉ.अनुतोष वत्सल द्वारा हेनिमेन जी के जीवन परिचय पर प्रकाश डाला गया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव