पवई आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। ग्रामीण अंचलों में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्थिति ठीक नहीं हैं यहां पर कभी डाक्टर नदारत तो कभी अन्य स्टाप छुट्टी पर रहते हैं ऐसा ही मामला अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खंडौरा पर देखने को मिला जहां डाक्टर की अनुपस्थित में प्रयोगशाला सहायक अस्पताल चला रहे हैं।
अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खंडौरा में पांच स्टाफ नियुक्त है। डाक्टर, वार्ड ब्वाय, फार्मासिस्ट, वरिषठ प्रयोग शाला सहायक व चौकीदार नियुक्त है। दो दशक पूर्व बने इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आजतक पूरा स्टाफ कभी नहीं आया और न ही मरीजो के लिए पूरी दवा ही उपलब्ध रहती है। मंगलवार दोपहर तक सिर्फ एक मरीज सर्दी ज़ुकाम का आया था स्टाफ के न रहने के कारण यहां मरीजों का उपचार भी नहीं हो पाता। जिले की अन्तिम सीमा 70 किलोमीटर दूर स्थित होने की वजह से उच्चाधिकारियों का आना न होने के कारण यहां नियुक्त कर्मचारियों की मनमानी रहती है। सर्दी ज़ुकाम के शिवा दवाओं का टोटा रहता है। स्टाफ के न रहने के कारण यहां का आवास खंडहर में तब्दील हो गया है। पीने के पानी की भी व्यवस्था नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि दो दसक पूर्व बने इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खंडौरा पर आजतक पूरा स्टाफ कभी नहीं मौजूद रहता। डाक्टर चन्द्र शेखर विनद की अनुपस्थिति में प्रयोगशाला सहायक मरीज़ों को देखकर दवा देता है। जिससे वहां के लोगों में आक्रोश है।
रिपोर्ट-नरसिंह