आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। नवगठित संस्था ‘प्रभास’ साहित्यिक सांस्कृतिक उत्थान समिति के तत्वावधान में रविवार की देर रात्रि प्रांतीय संविधान समिति अध्यक्ष संतोष कुमार श्रीवास्तव के एलवल त्रिमुहानी स्थित आवास पर उनके स्व.माता सरोज श्रीवास्तव व स्व.पिता भागवत शरण श्रीवास्तव की स्मृति में काव्य संध्या का आयोजन किया गया।
सर्वप्रथम समिति के महासचिव जय हिन्द सिंह ‘हिन्द’ ने मां सरस्वती की वन्दना से कार्यक्रम की शुरुआत की। तत्पश्चात सन्तोष कुमार श्रीवास्तव, संदीप श्रीवास्तव, वैभव श्रीवास्तव व पंकज डोडियाल, प्रणीत श्रीवास्तव हनी एवं समिति के अध्यक्ष कवि प्रवक्ता महेन्द्र मृदुल सहित मंच पर उपस्थित सभी कवियों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। अतिथियों एवं कवियों को अंगवस्त्रम, बुके, सम्मान पत्र एवं माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया।
युवा रचनाकार रोहित राही ने ‘जिन्दगी जीना है जिनको, छोड़ वही तो भाग रहें हैं’ गीत द्वारा मानव को उसके कर्तव्य का बोध कराया। कवि महेंद्र मृदुल ने साम्प्रदायिक सद्भावना पर रचना ‘जो फसल हम लगाते काटते हैं वही, भूलकर भी न कोई जहर बोइए’ प्रस्तुत की। कवि नागेन्द्र ने बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान तुम्हारा कहां गया के माध्यम से बेटियों की सुरक्षा के लिए आवाज उठाई। कार्यक्रम में कवि आशीर्वाद, मशहूर शायर ताज आजमी, कवि बैजनाथ, गीतकार जय हिन्द सिंह ‘हिन्द’, प्रवक्ता कवि इन्द्रसेन सिंह, कवि संजय पाण्डेय ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत किया। संचालन कर रहे संजय पाण्डेय सरस ने अपने शेरो-शायरी से माहौल को खुशनुमा बना दिया। अन्त में समिति के अध्यक्ष महेन्द्र मृदुल ने आये हुए अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
रिपोर्ट-सुबास लाल श्रीवास्तव