आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने बुधवार को ब्लड सेन्टर मण्डलीय जिला चिकित्सालय में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश लखनऊ द्वारा प्रदत्त सिंगल डोनर प्लेटलेट एफरेसिस मशीन का फीता काटकर उद्घाटन किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि सिंगल डोनर प्लेटलेट एफरेसिस मशीन चालू हो जाने से आने वाले मरीजों को सुविधा प्राप्त होगी। मशीन लगाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि जिनमें प्लेटलेट की कमी है, उसमें पहले एक व्यक्ति को प्लेटलेट देने के लिए 6 से 8 व्यक्तियों का ब्लड लेकर उनके ब्लड से प्लेटलेट एकत्र किया जाता था, तब एक व्यक्ति के लिए प्लेटलेट पर्याप्त होता था, इस नई मशीन से केवल एक व्यक्ति के ब्लड से पर्याप्त मात्रा में प्लेटलेट निकाल लिया जायेगा और मशीन के माध्यम से ही तुरन्त उस व्यक्ति के अन्दर ब्लड वापस कर दिया जायेगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि एक ही रक्तदाता से प्लेटलेट निकालकर शेष ब्लड को रक्तदाता के शरीर में आटोमेटिक रिटर्न हो जाता है। इसमें मरीज व रक्तदाता को इन्फेक्शन व रियेक्शन का चांस नहीं होता है। डोनर की कम आवश्यकता होती है और सबसे बड़ा फायदा यह है कि डोनर 72 घंटे के अन्दर दोबारा ब्लड डोनेट कर सकते हैं। उन्होने कहा कि साधारणतः जब आप ब्लड डोनेट करते हैं तो कम से 3 महीने का समय लगता है, लेकिन इस प्रक्रिया से 72 घंटे के बाद ब्लड डोनेट करने योग्य हो जायेंगे।
रिपोर्ट-सुबास लाल