आज़मगढ़ (सृष्टिमीडिया)। मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने शनिवार को आज़मगढ़ से मऊ तक विभिन्न मतदान केन्द्रों का औचक निरीक्षण कर जहॉं विधानसभा निर्वाचक नामावलियों के संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यों को देखा वहीं कम्पोज़िट विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति, अध्यापकों की उपस्थिति, पठन पाठन की गुणवत्ता आदि का भी जायजा लिया। इस दौरान कार्यों में गड़बड़ी और लापरवाही पाये जाने के कारण जहॉ उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आज़मगढ़ एवं अधिशासी अधिकारी, नगर परिषद आज़मगढ़ से स्पष्टीकरण तलब किया, वहीं एक विद्यालय के प्रधानाध्यापक तथा सम्बन्धित ग्राम पंचायत सचिव के विरुद्ध कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया।
मण्डलायुक्त श्री चौहान ने विधानसभा निर्वाचक नामावलियों के संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान की स्थिति का जायज़ा लेने हेतु मतदान केन्द्र कम्पोज़िट पूर्व माध्यमिक विद्यालय कोटवां में स्थापित दो बूथों का जायज़ा लिया जहॉं दोनों बीएलओ उपस्थित थीं। बताया गया कि बूथ संख्या 268 पर फार्म-6 के दो आवेदन प्राप्त हुए हैं, जबकि बूथ संख्या-269 पर कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त ने विद्यालय में पठन पाठन आदि की स्थिति जानने हेतु एक कक्ष में गये जहॉं कक्षा 7 की पढ़ाई चल रही थी, कक्षा में छात्रों की उपस्थिति अत्यन्त कम थी। मण्डलायुक्त द्वारा कुल उपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर प्रधानाध्यापक द्वारा अवगत कराया गया कि कक्ष 1-5 तक कुल 47 बच्चे तथा 6-8 तक 21 बच्चे उपस्थित हैं। विद्यालय में सहायक अध्यापक एवं शिक्षामित्र मिलाकर कुल 10 अध्यापक तैनात हैं, जबकि बच्चों का नामांकन बहुत ही कम पाया गया। इसके अलावा विद्यालय की साफ सफाई भी अत्यन्त खराब पाई गयी। इसी प्रकार मतदान केन्द्र कम्पोज़िट पूर्व माध्यमिक विद्यालय हाईडिल सिधारी स्थित चार बूथों में से दो बूथ पर 2-2 फार्म प्राप्त हुए थे। विद्यालय में पठन पाठन की स्थिति जानने हेतु मण्डलायुक्त ने बच्चों का होमवर्क देखा, बच्चों से कुछ सवाल भी पूछे परन्तु उत्तर सही नहीं मिला। प्रधानाध्यापक द्वारा बताया गया कि यहॉं अध्यापकों की कम तैनाती होने के कारण पढ़ाई प्रभावित हो रही है, जबकि यहॉं बच्चों की संख्या अधिक है। उक्त विद्यालय का शौचालय बन्द था। कुछ कक्ष भी बन्द थे, जिसे अनुपयोगी बताया गया। इसके अलावा हैण्डपम्प को भी काफी दिनों से खराब बताया गया, साफ सफाई खराब थी, परिसर में काफी बड़ी बड़ी घासें झाड़ियॉं निकल आई थी। मण्डलायुक्त ने इस स्थिति पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए कोटवां में कम छात्र होने के बावजूद अधिक शिक्षकों की तैनाती करने तथा सिधारी पर अधिक छात्र होने पर भी मात्र चार अध्यापकों की तैनाती करने, शौचालय व अन्य कक्ष बन्द रखने आदि के सम्बन्ध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। इसके अलावा इन दोनों विद्यालयों में साफ सफाई की अत्यन्त खराब स्थिति एवं समुचित पेयजल व्यवस्था सुदृढ़ नहीं रखने पर अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद को भी स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया।
मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने इसी क्रम में विकास खण्ड सठियॉंव अन्तर्गत मतदान केन्द्र पूर्व माध्यमिक विद्यालय रघुनाथपुर (खुजियॉं) स्थित दो मतदेय स्थलों पर तथा विकास खण्ड कार्यालय सठियॉंव स्थित दो मतदेय स्थलों पर भी निर्वाचन नामावलियों के पुनरीक्षण कार्य को देखा। रघुनाथपुर (खुजियॉं) में कुल 3 फार्म तथा सठियॉंव में कुल 8 फार्म प्राप्त होना बताया गया है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय रघुनाथपुर (खुजियॉं) की बाउण्ड्री वाल नहीं कराई गयी थी, जिसके सम्बन्ध में प्रधानाध्यापक द्वारा भूमि को विवादित बताया गया, जबकि मौके पर लेखपाल द्वारा भूमि की पैमाईश करा दिया जाना बताया गया। इसके अलावा विद्यालय में पठन पाठन भी सुचारु रूप से नहीं पाया गया। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने इस स्थिति पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रधानाध्यापक के विरुद्ध कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया। इसके अलावा यह भी पाया गया कि विद्यालय के शौचालय तथा अन्य स्थलों पर टोंटी नहीं लगवाई गयी है, इसके अलावा अन्य निर्माण कार्य भी नहीं कराया गया है। मण्डलायुक्त ने इसे कार्यों के प्रति घोर लापरवाही मानते हुए सम्बन्धित ग्राम पंचायत सचिव के विरुद्ध भी कार्यवाही करने का निर्देश दिया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार