आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में कल देर सायं कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद स्तरीय खाद्य सुरक्षा सलाहकार समिति की बैठक संपन्न हुई।
मुख्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में अप्रैल से दिसंबर तक 2158 निरीक्षण, 256 छापे एवं 285 नमूने संग्रहित किए गए हैं। जो प्रकरण मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं, उस प्रकरण से संबंधित मुकदमे एसीजीएम कोर्ट में चल रहे हैं। इस पर जिलाधिकारी ने मुख्य सुरक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि एसीजीएम कोर्ट में जितने प्रकरण चल रहे हैं, उन सभी पर अब तक क्या-क्या कायीवाही की गई, उसकी सूची बनाकर उपलब्ध कराएं, जिससे उसकी मॉनिटरिंग कराई जा सके।
जनपद में एफएसएसएआई के अंतर्गत जो रजिस्टर्ड रेस्टोरेंट, होटल, खाद्य कारोबारी हैं, उन सभी पर कितने निरीक्षण, छापे आदि की कार्यवाही की गई, उसकी सूची उपलब्ध कराएं। इसी के साथ ही शहर क्षेत्र में अच्छी मिठाई की दुकानों को चिन्हित करते हुए मिठाइयों पर मिठाई के तैयार करने की तिथि व प्रयोग अवधि प्रदर्शित कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने मुख्य सुरक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि सरकारी अस्पतालों के कैंटिनों से मरीजों को खाना दिया जाता है, उसमे खाने की गुणवत्ता की जांच करायें। इसी के साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में जो मेले लगते हैं, उसमें स्ट्रीट वेंडरों द्वारा दुकानें लगाई जाती हैं, उनके खाद्य सामग्रियों का निरीक्षण कराएं।
जिलाधिकारी ने समस्त खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहरी, ग्रामीण क्षेत्रों के बाजारों के हलवाईयों के साथ बैठक करें और उनको हानिकारक केमिकल एवं रंगों के बारे में बताएं और उनको निर्देशित करें कि इसका प्रयोग मिठाई, खाद्य सामग्री में न करें। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन अनिल कुमार मिश्र, मुख्य सुरक्षा अधिकारी दीपक श्रीवास्तव, औषधि निरीक्षक सीमा वर्मा, औषधि प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधि, रेड क्रॉस सोसाइटी, रोटरी क्लब के प्रतिनिधि सहित संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार