आयुष्मान भवः अभियान में जिलाधिकारी ने दिलायी अंगदान की शपथ

शेयर करे

आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज द्वारा मण्डलीय चिकित्सालय में आयुष्मान भवः कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयुष्मान भवः का शुभारम्भ राष्ट्रपति द्वारा किया गया जिसका सजीव प्रसारण मण्डलीय अस्पताल में किया गया। सजीव प्रसारण के उपरांत जिलाधिकारी द्वारा अंगदान का संकल्प (आयुष्मान भवः के शुभारम्भ पर मैं यह शपथ लेता हूँ कि अपनी स्वेच्छा से मैं अपनी मृत्यु के उपरान्त अपने अंगो को दान करना चाहता हूँ, ताकि मेरे उपरान्त गम्भीर बीमारी से ग्रसित ज़रूरतमन्द व्यक्तियों/मरीजों को जिनको अंग विशेष की आवश्यकता हो, उनको अंग प्रत्यारोपण कर नव जीवन प्रदान हो सके) दिलाया गया।

जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने बताया कि उक्त अभियान के 5 प्रमुख घटक सेवा पखवाड़ा, आयुष्मान आपके द्वार, आयुष्णान मेला, आयुष्मान सभा एवं आयुष्मान ग्राम/आयुष्मान नगरीय वार्ड है। इसका प्रारम्भ 17 सितम्बर, से किया जायेगा। जिसका आयोजन समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं हेल्थ एण्ड वेलनेस केन्द्रों पर किया जायेगा। इसके अन्तर्गत समस्त उपकेन्द्र स्तरीय हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर एवं शहरी हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर पर प्रत्येक शनिवार को स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जायेगा। जिसमें प्रथम सप्ताह में गैर संचारी रोगों से सम्बन्धित, द्वितीय सप्ताह में टीवी, कुष्ठ एवं अन्य संचारी रोगों से सम्बन्धित, तृतीय सप्ताह में मातृ एवं बाल स्वास्थ्य तथा पोषण से सम्बन्धित, चतुर्थ सप्ताह में राज्य, जनपद की स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप (जन जातीय क्षेत्रों में सिकल सेल तथा गैर जन जातीय क्षेत्रों में नेत्र देखभाल) स्वास्थ्य सेवायें प्रदान की जायेंगी।
जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देश दिया कि स्वास्थ्य देखभाल से जुड़े मिथकों को दूर करने के लिए समग्र दृष्टिकोण के उपागम को अपनाया जाए। उन्होने कहा कि आयुष्मान सभा का उपयोग करते हुए स्वास्थ्य प्रणालियों हेतु सामाजिक उत्तरदायित्व सुनिश्चित करने हेतु एक मंच उपलब्ध करायें। उन्होने कहा कि आयुष्मान ग्राम पंचायत से उन ग्राम पंचायतों को सम्मानित किया जाये, जिन्होंने शत प्रतिशत उपलब्धि निर्धारित सूचकांकों पर प्राप्त की होगी। उन्होने कहा कि प्रत्येक 5 साल की आयु से अधिक पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड का वितरण सुनिश्चित करायें। इसी के साथ ही प्रत्येक 5 साल की आयु से अधिक पात्र लाभार्थियों की आभा आईडी (आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउण्ट) एवं 30 वर्ष से अधिक आयु के प्रत्येक व्यक्ति की गैर संचारी रोगों (मधुमेह एवं उच्च रक्तचाप) हेतु जाँच सुनिश्चित करायें। उन्होने कहा कि क्षयरोग के सम्भावित मरीजों की जांच (1000 जनसंख्या पर न्यूनतम 30) एवं क्षयरोग के मरीजों का सफलता पूर्वक उपचार (85 प्रतिशत से अधिक) सुनिश्चित करायें। इस अवसर पर एसीएमओ, मण्डलीय अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डा. एलजे यादव सहित स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *