आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। दीवानी न्यायालय परिसर में शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में 80598 मुकदमों का निस्तारण किया गया। इस लोक अदालत की खास बात यह रही कि 11 दंपति आपसी विवाद भुलाकर फिर से एक साथ रहने को राजी हुए। इससे पूर्व दीवानी न्यायालय की हाल आप जस्टिस में इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति जयंत बनर्जी ने देवी सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलित करके लोक अदालत की विधिवत शुरुआत की।
न्यायमूर्ति जयंत बनर्जी ने नवनिर्मित ए डी आर बिल्डिंग का लोकार्पण किया और इस परिसर में जिला जज संजीव शुक्ला के साथ पौधारोपण भी किया। इस अवसर पर उन्होंने न्यायिक अधिकारियों तथा अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि लोक अदालत सुलह समझौते का सशक्त मंच है लोक अदालत में अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा राहत दी जाए। न्यायमूर्ति ने दीवानी बार एसोसिएशन की तारीफ करते हुए कहा कि इस संगठन से कई दिग्गज अधिवक्ता निकले। जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी विद्वता की छाप छोड़ी। उन्होंने पूर्व एडवोकेट जनरल पंडित कन्हैया लाल मिश्र को भी याद किया। इस लोक अदालत में मोटर दुर्घटना क्लेम ट्रिब्यूनल के जज अजय कुमार सिंह ने 52 मुकदमा का निस्तारण किया। अपर जिला जज सतीश चंद्र द्विवेदी कोर्ट नंबर एक ने दो मुकदमा, पारिवारिक न्यायाधीश कोर्ट नंबर एक प्रेमशंकर ने 38 तथा पारिवारिक न्यायालय कोर्ट नंबर दो संदीप यादव ने 31 मुकदमों का निस्तारण किया। एडीजे एससी एसटी कोर्ट जैनेंद्र कुमार पांडेय ने सात मुकदमा, एडीजे नंबर 3 ओमप्रकाश वर्मा ने दो मुकदमा, विशेष न्यायाधीश पोक्सो कोर्ट रामनारायन ने दो मुकदमा, विशेष न्यायाधीश शैलजा राठी ने 206 मुकदमा, अपर जिला जज संतोष कुमार यादव ने 14 मुकदमों को निबटाया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट यशवंत कुमार सरोज ने 3287 मुकदमों का निस्तारण करके 385250 रूपये का जुर्माना वसूला। एसीजेएम कोर्ट नंबर दस अनीता ने 4099 मुकदमों का निस्तारण किया। विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट राम तीरथ यादव ने 1883 मुकदमा को निपटाकर 101300 रुपए का जुर्माना वसूला। वही विभिन्न बैंकों की एनपीए खातों के प्रीलिटिगेशन के 925 मुकदमे तथा जिला प्रशासन ने प्रीलिटिगेशन स्तर पर 55960 मुकदमों का निस्तारण किया गया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार