कप्तानगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। कोयलसा ब्लॉक क्षेत्र अंतर्गत मोलनापुर नत्थनपट्टी गांव इन दिनों गंदगी और नालियों की बदहाल व्यवस्था से जूझ रहा है। गांव की लगभग सभी नालियां कचरे और बड़ी-बड़ी घासों से पूरी तरह भर चुकी हैं। खुली नालियों पर ढक्कन नहीं लगे हैं, जिससे गंदगी खुलेआम फैल रही है।
समाजसेवी दिवाकर मौर्य ने बताया कि सरकार एक ओर जहां स्वच्छता अभियान और संचारी रोग अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने का दावा कर है, वहीं हकीकत इसके बिलकुल उलट दिखाई दे रही है। मोलनापुर नत्थनपट्टी बाजार से गांव की ओर जाने वाली नाली पूरी तरह जाम है। इस रास्ते से रोज सैकड़ों लोग गुजरते हैं और उन्हें गंदगी से होकर गुजरना पड़ता है।
समाज सेवी अरुण कुमार ने कहा कि गांव में सफाई कर्मियों की नियुक्ति तो की गई है और गांव के विकास के लिए प्रधान भी गांव में ही रहते हैं, लेकिन नालियों की सफाई न होना कई सवाल खड़े करता है। आखिर सफाई कर्मचारी गांव में आते हैं तो सफाई क्यों नहीं होती? ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी गांव का विकास करना है, लेकिन गंदगी की यह स्थिति साफतौर पर लापरवाही और भ्रष्टाचार की ओर इशारा करती है। कभी-कभी जब नाली की सफाई कराई भी जाती है, तो निकाली गई कीचड़ और गंदगी को सड़क के किनारे ही छोड़ दिया जाता है। लोग उसी रास्ते से होकर गुजरते हैं और बारिश के दौरान वही कीचड़ दोबारा नाली में चला जाता है। गांव के लोग अब तरह-तरह की बीमारियों का शिकार हो रहे हैं।
रिपोर्ट-विजय कुमार