फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय ब्लाक परिसर सहित गांवों के दर्जनों जर्जर भवन से जनमानस को खतरा बना हुआ है। लेकिन अधिकारी जर्जर भवन को लेकर उदासीन बने हुए हैं, जबकि सरकार का आदेश है कि सभी जर्जर सरकारी भवन को ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया में लाकर ध्वस्त कराया जाय। बावजूद इसके ध्वस्तीकरण की कार्रवाई नहीं की जा रही है।
फूलपुर ब्लाक परिसर में लगभग आधा दर्जन भवन जर्जर हो चुके हैं। इस बारिश में टपकने के साथ लोगों के लिए खतरा बना हुआ है। वही फूलपुर ब्लाक के सुदनीपुर, लोनियाडीह, पूरा दुलार, पल्थी, कनेरी, गद्दौपुर सहित अनेक गांवो में सरकारी भवन जर्जर हालत में पड़े हुए हैं। लेकिन अधिकारी जर्जर सरकारी भवन के ध्वस्तीकरण को लेकर उदासीन बने हुए हैं। जबकि सरकार का आदेश है कि सभी जर्जर सरकारी भवन को ध्वस्तीकरण प्रक्रिया में लाकर जर्जर भवन को ध्वस्त कराया जाय। खण्ड विकास अधिकारी बाबूराम पाल का कहना है कि जर्जर भवनों को ध्वस्त कराने के आदेश के लिए उच्चाधिकारियों के पास भेजा गया है। आदेश मिलने पर ध्वस्तीकरण करा दिया जाएगा। पूर्व प्रधान महेंद्र प्रसाद, मग्गन प्रसाद, जंगबहादुर यादव, राम आधार राम, मंगला सिंह, राम आधार प्रजापति, इंदल निषाद, कोमल प्रजापति, अशोक पाल आदि ने बताया कि जर्जर सरकारी भवनों से लोगों के लिए खतरा बना हुआ है, कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। उक्त लोगों ने तत्काल उच्चाधिकारियों से जर्जर भवनों को ध्वस्त कराने की मांग किया है।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय