रानीकीसराय आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) के आवाह्न पर अन्य जन संगठनो के सहयोग से निकाली जा रही देशव्यापी ढाई आखर प्रेम राष्ट्रीय सांस्कृतिक यात्रा गुरुवार को सुबह राहुल सांस्कृत्यायन की जन्म स्थली पंदहा पहुची। प्रतिमा पर माल्यार्पण कर महान यायावर को आत्मसात किया।
इप्टा द्वारा चल रही ढाई आखर प्रेम यात्रा पूर्वांचल में राहुल सांस्कृत्यायन, नाटककार लक्ष्मी नरायण मिश्र, कवि एवं निबंधकार अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध, क़ैफी आज़मी, डॉ. तुलसी राम की जन्म स्थली पर ढाई आखर प्रेम सांस्कृतिक यात्रा आयोजन समिति द्वारा किया गया। सांस्कृतिक पदयात्रा का आरंभ महान यायावर, दार्शनिक महापंडित राहुल सांकृत्यायन की जन्म स्थली पंदहा में उन्हें नमन करते हुये चली। जत्थे के साथी राहुल जी प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किये एवं उनके वंशज राधेश्याम पाठक को ढाई आखर प्रेम का गमछा ओढ़ा कर सम्मानित किया।इस अवसर पर इप्टा के प्रादेशिक महासचिव एवं सांस्कृतिक कर्मी शहज़ाद रिज़वी ने कहा कि यह यात्रा देश में घृणा और वैमनस्य के विरुद्ध प्रेम, मोहब्बत सौहार्द और भाईचारा पैदा करने के उद्देश्य और महापंडित राहुल सांकृत्यायन का संदेश भागो नही दुनिया को बदलो को आत्मसात करने के लिए निकाली जा रही है। यात्रा में शामिल जांघिया, धोबिया और लोक गायकों ने गीत,नृत्य प्रस्तुत कर मन मोह लिया। यात्रा का नेतृत्व इप्टा उप्र महासचिव शहजाद रिजवी,आज़मगढ़ जिला सचिव बैजनाथ गंवार, इस्कफ़ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जितेंद्र हरिपांडेय,सुशील कुमार राय कर रहे थे। इस यात्रा में इप्टा आज़मगढ़ के साथ ही कई सामाजिक,सांस्कृतिक संगठनों के लोग शामिल थे।यात्रा पंदहा से मोतीगंज होते हुये निज़ामाबाद हरिऔध प्रतिमा गुरुद्वारा के लिये पैदल ढोल नगाड़े के साथ नाचते गाते आगे बढ़ी।
रिपोर्ट-प्रदीप वर्मा