रानीकीसराय आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। क्षेत्र के अवंतिकापुरी आवंक धाम पर शुक्रवार को मौनी अमावस्या पर श्रद्वालुओं ने डूबकी लगाई। स्नान कर मंदिर मे पूजन अर्चन किया।
रानीकीसराय क्षेत्र की प्रसिद्ध धार्मिक स्थली अवंतिकापुरी धाम पर सरोवर मे स्नान का विशेष महत्व होता है। राजा जन्मेजय की नागयज्ञ भूमि पर स्थित 84बीघे सरोवर मे स्नान के लिए भोर मे ही श्रद्वालु पहुच गये थे। ठंढ हल्की होने से भी श्रद्वालुओं को राहत थी। सुबह से दोपहर तक स्नान का क्रम चलता रहा। स्नान के बाद मंदिर मे लोगो ने पूजन कर मंगल कामना की। इस दौरान फूलमाला की दुकानों के साथ ही अन्य दुकाने भी लगी रही। मंदिर प्रागंण जयघोष से गुलजार रहा। अवंतिका सेवा समिति के अरुण विश्वकर्मा ने बताया कि वर्ष में कार्तिक पूर्णिमा पर यहा अधिक भीड होती है। मान्यता है कि इस स्थली पर राजा परीक्षित के सर्प दंश से निधन के बाद राजा जन्मेजय ने यहा नाग महायज्ञ कराया था। स्थली की पुरातत्व विभाग ने खुदाई भी कराई थी जिसमे दशवी शताब्दी के दौरान के मुहरे, सिक्के मिले थे और वर्तमान मंदिर के नीचे महल होने का संकेत भी मिला था। हालांकि स्थली को पर्यटक स्थली बनने का आज भी इंतजार है।
रिपोर्ट-प्रदीप वर्मा