आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर जनपद के कई तीर्थ स्थालों पर श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगायी। सुबह से ही लोगों ने तीर्थ स्थानों पर स्थान ध्यान कर पूजन अर्चन किया। इस मौके पर लोगों ने दान भी किया।
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर जनपद के महराजगंज स्थित भैरव बाबा, अवंतिकापुरी, ऋषि दुर्वासा, दत्तात्रेय, चन्द्रमा ऋषि, नैनीजोर, मेंहनगर में शिवसरोवर, भवतर आदि स्थानों पर श्रद्धालुओं ने स्नान ध्यान कर पूजन अर्चन किया।
रानीकीसराय प्रतिनिधि के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा पर अवंतिकापुरी आवंक धाम सरोवर मे मंगलवार को भोर से जयघोष के साथ स्नान शुरू हो गया। लोगो ने मंदिर में पूजन अर्चन किया जो देर शाम तक चलता रहा। राजा जन्मेजय की नाग महायज्ञ भूमि पर स्थित 84 बीघे सरोवर में स्नान के लिए एक दिन पूर्व ही श्रद्वालु जुट गये थे। नाग हवन कुंड में स्नान करने वालों की भीड सभी तरफ रही। धार्मिक दृष्टिकोण से आवंक का कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान का विशेष महत्व होता है। मंगलवार को भोर से ही स्नान शुरू हो गया। लोगों ने सरोवर में स्नान कर मंदिर में पूजन अर्चन किया। यहां दानपुण्य का भी विशेष महत्व होता है। स्नान मेले में तकरीबन चार किमी परिधि में दुकाने सजी रही। सौन्दर्य प्रसाधन के साथ ही कृषि उपकरण की दुकानें भी लगी रही। लोगों ने कृषि उपकरण भी खरीदे। बच्चों ने झूले का आनंद लिया। मंदिर में भीड़ मंे चैन उड़ाने वालो आदि उचक्कों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था की गयी थी। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल तैनात रहे। वही मेला क्षेत्र मे वाहनो के प्रवेश से दिक्कतें होती रही।
फूलपुर संवाददाता के अनुसार पौराणिक धरती ऋषि दुर्वासा की तपोभूमि पर तमसा मंजूषा संगम पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर भक्तों ने स्नान ध्यान दान किया। ऋषिदुर्वासा के पावन धरती पर तीन दिवसीय मेले का भी आयोजन किया गया। मंगलवार की सुबह चार बजे से ही संगम पर स्नान कर शिव मंदिर में जल चढ़ााया। लोगोंने घर खेती किसानी आदि का जरूरी सामान मेले में लगी दुकानों से क्रय किया। मेले में दुकानों झूला खझला सौंदर्य प्रसाधन सहित अन्य सामान की दुकान एक सप्ताह पहले ही आ गयी थी। साफ सफाई ब्लाक के सफाईं कर्मी नगर पंचायत कर्मी सप्ताह पूर्व से कर रहे थे। पुलिस प्रशासन सप्ताह पूर्व से चौकी स्थापित कर दिया था। बड़े वाहनों को दो किलोमीटर पहले रोक दिया गया। स्थानीय धाम क्षेत्र के प्रधान पूर्व प्रधान गोसाई समिति के लोग और समाज सेवी मेले स्नान क्षेत्र में उपस्थित रहकर दर्शनार्थियों के सहयोग में लगे रहे।
मेंहनगर प्रतिनिधि के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा पर श्रदालुओं ने श्री मंडलेश्वर महादेव स्थित शिव सरोवर में आस्था की डुबकी लगाकर शिवलिंग पर जलाभिषेक किया। मान्यता है कि शिव सरोवर की खुदाई करीब छह सौ वर्ष पूर्व की गई है जो 365 बीघे में शिव सरोवर (जलाशय) का प्राकृतिक सौंदर्य दर्शनीय हैं। पांच सोमवार लगातार डुबकी लगाने से चर्मरोग से मुक्ति मिलती हैं। शिव सरोवर की खुदाई के दौरान उस समय पातालपुरी शिवलिंग दक्षिणी हिस्से दबी हुई थी। ग्रामीणों को स्वप्न दिखाई दिया कि मुझे उत्तरी भीटे पर स्थापित किया जाय। ग्रामीणों ने फावड़ा, कुदाल से भीटे पर खुदाई शुरूकर दी। कई दिनों बाद शिवलिंग मिला जो आज उत्तरी भीटे पर पाताल पुरी शिवलिंग की महिमा के रूप में प्रसिद्ध हैं। मंदिर के पुजारी कपिलमुनि गिरी ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के अलावा शिवरात्रि व श्रावण मास में आस्था का सैलाब उमड़ता है। प्रदेश सरकार द्वारा करीब पचास लाख रुपये प्रदान कर मन्दिर का जीर्णाेद्धार के साथ-साथ दुर्गा मंदिर व सुलभ शौचालय का निर्माण कराया गया है। मेले में एसडीएम संत रंजन, सीओ लालगंज मनोज सिंह रधुवंशी, थाना प्रभारी बसंत लाल के अलावा उपनिरीक्षक के साथ कांस्टेबल व महिला पुलिस सुरक्षा की दृष्टि से मौजूद रही।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय/प्रदीप वर्मा