लालगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। कंजहित बाजार में 9 दिवसीय श्रीराम कथा व श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन कथावाचक शशिकांत जी महाराज ने शिव पार्वती विवाह का वर्णन किया।
21 जून से 29 जून तक परमानंद दुबे के आवास पर उपरोक्त कथा का आयोजन किया जा रहा है। मुख्य कथावाचक शशिकांत जी महाराज तथा आराधना देवी निवासी वाराणसी द्वारा शिव पार्वती विवाह का रविवार को पांचवें दिन वर्णन किया गया। कथावाचक ने कहा कि भूत प्रेत के साथ शंकर जी महाराज द्वारा हिमाचल महाराज के यहां बारात ले जाने पर पार्वती की माता मैना देवी के मूर्छित होने के तत्पश्चात नारद जी को बुलाकर बहुत कुछ भला बुरा कहने, तत्पश्चात नारद जी के पूर्व जन्म में सती कथा का वर्णन करते हुए मैना को समझाने कि पार्वती आपकी सुपुत्री नहीं है यह साक्षात देवी का दूसरा अवतार हुआ है जो साक्षात शंकर भगवान के साथ उनका विवाह पूर्व निश्चित था। तब जाकर मैना का गुस्सा शांत होता है। इसके पश्चात शंकर जी का विवाह संपन्न हुई। कथावाचक ने कहा कि शंकर जी की शादी में ब्रह्मा विष्णु भगवान इंद्र सहित तमाम देवता उपस्थित रहे। इस अवसर पर नीरज सिंह, विक्रमा सिंह, पंचदेव चौरसिया, राम सिंह, शिव शरण सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और पुरुष उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-मकसूद अहमद