हिंदू संगठनों ने कैंट थाने में दी तहरीर, कार्रवाई की मांग
वाराणसी (सृष्टि मीडिया)। जिले के एक चर्च की बाहरी दीवार पर ‘मंदिर का विनाश’ और ‘मंदिर के शुद्धिकरण’ की बात लिखी गई है। इसके विरोध में हिंदू संगठनों की ओर से पुलिस को एक तहरीर भी दी गई है। वाराणसी पुलिस जांच में जुटी है। 24 घंटे के अंदर मुकदमा दर्ज करने की बात कही गई है। यह मामला कैंटोंमेंट स्थित सैंट मैरी चर्च का है। हिंदू संगठन सनातन भारत का कहना है कि यह भारत की बहुसंख्यक आबादी का अपमान है। दूसरी ओर, पादरी ने बताया कि ‘मंदिर के शुद्धिकरण और विनाश’ यरुशलम में जीसस से जुड़ी एक प्राचीन कथा प्रचलित है। वहां पर तब भी और आज भी चर्च को मंदिर कहा जाता था। वही बात यहां लिखी गई है।
अचानक दीवारों पर गया ध्यान
चर्च के दीवार पर लिखा है कि ‘मंदिर का शुद्धिकरण’। मंदिर मयार्दा सदन करे कलुष व्यापार। पहुंच ईसा ने बहा दी दिव्य ज्योति की धार। इसी वाक्य को लेकर हिंदू संगठन के लोग आग-बबूला हैं। सनातन भारत के उपाध्यक्ष विजय जायसवाल ने कहा कि हम आज चर्च में गए हुए थे। अचानक से यहां पर हमें दीवारों पर ये बातें लिखी दिखाई दीं। इसी के विरोध में अब हमने कैंट थाने में तहरीर दी है।
स्लोगन को बताया दुर्भाग्यपूण
सनातन भारत संगठन के एक पदाधिकारी राजा भी कई लोगों के साथ कैंट थाने में पहुंचे थे। कहा कि काशी प्रांत के सबसे मशहूर चर्च सैंटी मैरी की दीवार पर इस तरह का स्लोगन लिखना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। यह एक सुनियोजित साजिश है। चर्च के पादरी जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं। जीसस ने इस समस्या को खत्म कराया था। उसके बाद मंदिर का शुद्धिकरण किया। ईसाई लिट्रेचर में भी इस शब्द का उल्लेख है क्लिंसिंग आॅफ द टेम्पल यानी कि मंदिर का शुद्धिकरण। उस मंदिर का जिसे कुछ आतातायियों ने खरीद-फरोख्त का साधन बना लिया था। क्रिश्चियन धर्म में भी कई बार चर्च को मंदिर कहा गया है। इसका उल्लेख बाइबिल में भी है।