संजरपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। क्षेत्र के खरेवा गांव में जाने के लिए रेलवे विभाग द्वारा बनाया गया रेलवे अंडरपास नम्बर 52सी के अन्दर हल्की बारिश होने पर भी पूरा रेलवे अंडरपास में पानी भर जाता है जो गांव वालों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं रहता। सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए रहता है।
जब तक अंडरपास से पानी निकल नहीं जाता तब तक बच्चे अपने स्कूल नहीं जाते। यदि कोई बच्चा स्कूल जाने के लिए हिम्मत भी जुटाता है और पानी के अंदर जाने की कोशिश करता है तो उसका स्कूली ड्रेस पूरी तरह से खराब हो जाता है। ग्रामीण इस अंडरपास के ऊपर टीनशेड लगाने के लिए विभाग के अधिकारियों से कई बार कह चुके हैं। लेकिन अभी तक कुछ हुआ नहीं। ग्रामीणों का कहना है कि अंडरपास के ऊपर टीनशेड लग जाता तो हल्की बारिश का असर बिल्कुल नहीं होता जिससे आवागमन सुचारु रूप से होता। लेकिन विभाग ने अंडरपास बनाने के बाद ऊपर टीनशेड लगाना भूल गया है। इसी रास्ते से एक दर्जन गांव के लोगो का रास्ता है। कई शिक्षण संस्थाएं चलती हैं। इस अंडरपास के नीचे से प्रतिदिन दर्जनों विद्यालय की गाड़ियां आती जाती हैं। पानी के कारण अक्सर छोटी गाड़ी और बड़ी गाडी के ड्राइवरों में विवाद होता रहता है। ग्रामीणों ने रेलवे विभाग के उच्च अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट करते हुए रेलवे अंडरपास पर टीनशेड लगाने की मांग की है।
रिपोर्ट-राहुल यादव