अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। ग्राम विष्टारा, थाना कप्तानगंज निवासी अशोक कुमार निषाद ने अपने भाई मनोज कुमार निषाद की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री एवं पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर से अतरौलिया स्थित निरीक्षण भवन में मुलाकात की। पीड़ित परिजनों ने मंत्री को प्रार्थनापत्र सौंपते हुए मामले की सीबीआई जांच कराने तथा मुख्यमंत्री राहत कोष से 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की।
मनोज कुमार निषाद पुत्र धनरेज निषाद गोपालगंज बाजार की मेन रोड पर कोचिंग सेंटर चलाता था। 19 जुलाई की सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी थी। परिजनों का कहना है कि मनोज लगभग 50 गरीब बच्चों को निःशुल्क कोचिंग देता था, जिससे अन्य कोचिंग संचालकों को आर्थिक नुकसान हो रहा था। इसी रंजिश के चलते उनकी हत्या की गई और पूरे मामले को आत्महत्या का रूप देने का प्रयास किया गया।
परिजनों के साथ पहुंचे ग्रामीणों ने हाथों में तख्तियां लेकर यह आत्महत्या नहीं हत्या है, सीबीआई जांच हो जैसे नारे लगाए। अशोक निषाद ने बताया कि इस तरह की एक घटना पहले भी टहर किशुनदेवपुर गांव में हो चुकी है, जिसका अब तक कोई समाधान नहीं निकला और न ही पीड़ितों को न्याय मिला।
मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने पीड़ित परिवार को सांत्वना दी और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि उस दिन मैं खुद वहां गया था, मेरी बात उच्च अधिकारियों से हो रही है, पूरे मामले की गंभीरता से जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
रिपोर्ट-आशीष निषाद