आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सठियांव ब्लाक क्षेत्र के खेगऊपुर गांव में कोटे की दुकान को वोटिंग के माध्यम से कराने के लिए ग्रामीण महिलाओं ने जिला प्रशासन को प्रत्रक सौंपा।
जिला प्रशासन को सौंपे पत्रक के माध्यक से ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि सठियांव ब्लाक क्षेत्र के ग्राम खेगऊपुर में कोटे की दुकान के लिए 27 मार्च को मीटिंग किया गया था जिसकी जानकारी अधिकांश ग्रामवासी लोगो को नहीं थी समूह की महिलाओं द्वारा जब तत्काल नामांकन व आवटन की प्रक्रिया ब्लाक अधिकारी द्वारा होने लगी इनकी कार्यवाही से ग्रामवासी को समझ में नहीं आ रहा था। क्योंकि मीटिंग बोलकर आवंटन की प्रक्रिया क्यों कर रहे है। आनन फानन में समूह की महिलाओं द्वारा जानकारी मिलते ही ग्रामवासी धीरे-धीरे एकत्रीत होने लगे तो एकपक्ष जिसकी मिली भगत पहले से ही अधिकारियों की थी। नामांकन में तीन लोेगों का नामांकन किया गया जिसमें से एक लोगों को बैठा दिया गया। दो लोग बचे अधिकारी बोले जिसकी जनसंख्या अधिक होगी उसका आवंटन होगा। हम ग्रामवासी के द्वारा पर्ची या हस्ताक्षर कर निर्धारित करें। अधिकारी के सक्षम बोला गया। लेकिन अधिकारी हम लोगों की बात नहीं मानें और एक पक्षी कार्य करते हुए दूसरे पक्ष को भगा दिया गया। एकपक्ष जिनकी गिनती उसी के पक्ष का ही कर रहा था। हमारे पक्ष की गिनती सफाई कर्मी द्वारा की जा रही थी। हमारी जनसंख्या अधिक थी। और उनकी जनसंख्या कम थी। जिसकी जनसंख्या कम थी उसकी अधिक बताकर उसका प्रस्ताव बना दिये। उपस्थित लोगों द्वारा विरोध करने पर सभी लोगों को डॉट कर भगा दिया गया। जिससे ग्रामवासी संतुष्ट नहीं है। ग्रामीण महिलाओं ने जिला प्रशासन को पत्रक सौंपकर प्रस्ताव प्रक्रिया का रद्द कर पुनः निष्पक्ष व वोटिंग के माध्यम से चुनाव कराकर कोटें की दुकान आवंटित करने की मांग की।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार