आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जलस्तर में उतार-चढ़ाव के क्रम में आठवीं बार उफनाई सरयू नदी की लहरें चौथे दिन रविवार से लौटनी शुरू हुईं, तो गुरुवार को भी यह क्रम बना रहा। 24 घंटे के अंदर जलस्तर में 11 सेमी की कमी दर्ज की गई, जो खतरा निशान 71.68 मीटर से 69 सेमी नीचे रहा। 66वें दिन तीन बैराजों से पानी न छोड़े जाने व जलस्तर में लगातार कमी को देखते हुए अब बाढ़ से निजात की उम्मीद जगने लगी है।
हालांकि, सहबदिया गांव में कटान की गति तेज होने और कई पेड़ के भी धारा में समाने से ग्रामीण परेशान हैं। अब तक 40 से 50 एकड़ कृषि भूमि नदी की धारा में समाने का अनुमान लगाया जा रहा है। दूसरी ओर गांवों के रास्ते से पानी हटने के साथ तेज धूप के कारण निचले हिस्सों में जलभराव की समस्या भी कम होने लगी है। वैसे क्षेत्र के लोगों का मानना है कि लगातार कई दिनों तक ढाई लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी अगर फिर छोड़ा गया, तो जलस्तर में वृद्धि हो सकती है। मुख्य माप स्थल बदरहुआ नाले के पास बुधवार को 58 सेमी नीचे 71.10 मीटर रिकार्ड किया गया, जबकि गुरुवार को 11 सेमी की कमी के साथ जलस्तर 69 सेमी नीचे 70.99 मीटर रहा। हालांकि, जलस्तर में तीन महीने उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार