माहुल आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। अहरौला थाना क्षेत्र के नगर पंचायत माहुल में पुलिस चौकी से मात्र 500 मीटर की दूरी पर अवैध असलहे से लैस एक बाइक पर सवार दो बदमाशों ने एक चिकित्सक के क्लीनिक में घुसकर कनपटी पर असलहा सटाकर सर पर बट से मारकर घायल कर दिया। चिकित्सक भी असलहा लैस बदमाश से भिड़ गए और दोनो का द्वंद युद्ध होते हुए सड़क तक चिकित्सक और बदमाश आ गये। सड़क पर जाकर बदमाश और चिकित्सक दोनों कीचड़ में जा गिरे जिससे बदमाश का गमछा और हाथ में लिया हुआ असलहा चिकित्सक के हाथ में आ गया। इसी बीच बदमाश मौका देखकर वहां से फरार हो गये। भिड़ंत के बाद चिकित्सक ने असलहा को छीन लिया। लोगों को जमा होते देख बदमाश मौके का फायदा उठाकर वहां से फरार हो गए।
डाक्टर वीरेंद्र कुमार प्रजापति पुत्र नेवाज प्रजापति थाना क्षेत्र के समसल्लीपुर गांव के निवासी हैं। माहुल में अपना क्लीनिक चलाते हैं जहां पर शनिवार लगभग 12 बजे बाइक सवार दो बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया। सूचना पर डायल 112 चौकी इंचार्ज माहुल सुधीर सिंह मौके पर पहुंच गए। पीड़ित डा. वीरेंद्र प्रजापति का आरोप है कि माहुल चौकी इंचार्ज सुधीर सिंह मौके पर पहुंचे लेकिन चौकी इंचार्ज तमाशबीन की भूमिका मंे दिखे। यहां तक कि 112 पुलिस ने चौकी इंचार्ज के साथ थाने पर जाने को कहा। पीड़ित का आरोप है कि चौकी इंचार्ज थाने पर लेकर जाने के बजाय खुद असलहा लेकर थाने पर जाने को कहा। चिकित्सक खुद अकेले असलहा लेकर थाने पहुंचे। थाने पर मौजूद स्टाप तहरीर लेने से मना कर दिया। तहरीर न लिए जाने से पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार से फोन पर शिकायत की और व्हाट्सएप के जरिए तहरीर भी भेजी। दो घंटे बाद थाने पर पहुंचे थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार ने तहरीर लेकर चिकित्सक से घटना के संबंध में जानकारी ली। चौकी इंचार्ज माहुल के इस लापरवाही से लोगों मंे आक्रोश है। चिकित्सक का कहना है कि बदमाश असलहा सटाकर दो लाख की रंगदारी की मांग कर रहा था।
थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार ने बताया कि मामले में छीना गया असलहा नहीं लाइटर पाया गया है। अन्य पहलुआंे पर जांच की जा रही है। बताये गये आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
रिपोर्ट-श्यामसिंह