माहुल आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जौनपुर शहर के एक वार्ड में रहकर डी-फार्मा की परीक्षा दे रहे छात्र को जौनपुर कोतवाली पुलिस की एक बड़ी लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ा। पुलिस ने उसे संदेह के आधार पर हिरासत में ले लिया, जिससे उसकी मंगलवार को होने वाली परीक्षा छूट गई।
यह मामला आजमगढ़ जिले के पाकड़पुर गांव निवासी अब्दुल्लाह पुत्र मोबीन अहमद से जुड़ा है, जो जौनपुर शहर में किराये पर कमरा लेकर डी-फार्मा की परीक्षा में शामिल हो रहा था। सोमवार की रात अचानक बिजली कट जाने के कारण कमरे में अत्यधिक गर्मी हो गई, जिससे वह कुछ समय के लिए बाहर टहलने निकला। इसी दौरान पुलिस ने उसे संदिग्ध मानते हुए हिरासत में ले लिया। अब्दुल्लाह ने पुलिस को छात्र होने और डी फार्मा की परीक्षा देने की पूरी जानकारी दी, लेकिन पुलिस ने उसकी एक न सुनी और उसे कोतवाली ले जाकर बैठा लिया। इसके चलते वह मंगलवार को अपनी परीक्षा में शामिल नहीं हो सका। पुलिस ने उसका मोबाइल भी जब्त कर लिया, जिससे परिजन उससे संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। जब यह खबर छात्र के गांव और रिश्तेदारों को लगी तो उन्होंने कोतवाली पुलिस की कार्यशैली पर नाराजगी जताई। कई लोग शिकायत लेकर जौनपुर पहुंचे हैं और इस मामले में पुलिस की जवाबदेही तय करने की मांग कर रहे हैं। जौनपुर कोतवाल मिथिलेश मिश्रा का कहना है सन्देह के आधार पर उसे उठाया गया था, सुबह जानकारी होने पर परीक्षा दिलवाने का प्रयास किया गया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी, इसलिए परीक्षा नहीं दे पाया।
रिपोर्ट-श्यामसिंह