लालगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। देवगांव कोतवाली क्षेत्र के कलीचाबाद सोसायटी पर सोमवार को उस समय अफरातफरी मच गई जब ट्रक से यूरिया की खेप पहुंची। जैसे ही किसानों को इसकी भनक लगी, देखते ही देखते भारी संख्या में किसान वहां जुट गए। हालात यह रहे कि 500 बोरी यूरिया कुछ ही देर में खत्म हो गई।
गांव-देहात के किसानों की सबसे बड़ी समस्या इस समय खाद की कमी है। धान की रोपाई और फसल की देखभाल के लिए यूरिया की सबसे अधिक जरूरत पड़ती है। बाज़ार में खुलेआम यूरिया की कालाबाज़ारी की खबरें सामने आती रही हैं, ऐसे में जब सरकारी सोसायटी पर यूरिया पहुंची तो किसानों का जमावड़ा स्वाभाविक था।
भीड़ इतनी अधिक हो गई कि व्यवस्था बिगड़ने लगी और हंगामे की स्थिति पैदा हो गई। मामला बढ़ता देख प्रशासन को मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी। पुलिस ने किसी तरह भीड़ को नियंत्रित किया और किसानों को यूरिया का वितरण किया गया। किसानों को एक आधार कार्ड पर अधिकतम तीन बोरी यूरिया ही दी गई। इस व्यवस्था के तहत किसानों को बारी-बारी से खाद उपलब्ध कराई गई।
किसानों का कहना है कि अगर समय पर पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध न कराई गई तो फसल पर विपरीत असर पड़ेगा। काश्तकारों ने कहा कि खुले बाजार में भी खाद कम आने से समस्या उत्पन्न हो रही है, दूसरी ओर सोसायटी से सही दाम पर सही वज़न की यूरिया मिलने की उम्मीद अधिक रहती है। यही कारण है कि सरकारी समिति पर सबसे ज्यादा भीड़ उमड़ती है। किसानों का कहना है कि सरकार को समय रहते पर्याप्त मात्रा में खाद की आपूर्ति सुनिश्चित करनी चाहिए, ताकि किसानों को धक्के खाने और लाइन में लगने की मजबूरी से बचाया जा सके।
रिपोर्ट-मकसूद अहमद