माहुल आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। शरद पूर्णिमा को लगने वाला माहुल का ऐतिहासिक मेला गुरुवार को शांति और सौहार्द्र के साथ सकुशल संपन्न हो गया। रंगीन झालरों से जगमग करते मेले का आनंद लेने के साथ ही लोगो ने पांडालों में विराजती देवी प्रतिमाओं का दर्शन किया। गांधी मार्ग पर महिलाओं के लिए अलग से लगाए मेले में महिलाओ ने सौंदर्य प्रसाधनों की जम कर खरीददारी किया। वहीं दूसरी तरफ चोटहिया जलेबी भी खूब बिकी। इस दौरान पूरे मेले में पुलिस बल चक्रमण करता रही।
चार किलोमीटर की परिधि में लगने वाले इस मेले में दिन में एक बजे से लोगो का आना शुरू हुआ। बच्चे अपने स्वजनों का हाथ थामे चाउमीम, चाट, फुल्की आदि की दुकानों पर लुत्फ उठाते दिखाई दिए। महिलाए सौंदर्य प्रसाधनों की दुकानों पर और पुरुष चोटहिया जलेबी की दुकानों पर उमड़ पड़े। मेले में सचिन मोदनवाल की एक मात्र फास्ट फूड की दुकान लोगो के आकर्षण का केंद्र रही। दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष सुजीत जायसवाल आंसू माहुल के शिवाजी मेन चौक पर और दिलीप सिंह पवई मोड़ तिराहे पर ध्वनि विस्तारक यंत्रों के माध्यम से लोगो को दिशा निर्देश देते रहे। शाम पांच बजे राम लक्ष्मण सीता जी की झांकी निकली। शाम सात बजे रामलीला मैदान में रावण का पुतला दहन कर दिया गया। प्रशासन ने मेले में वाहन प्रवेश वर्जित कर वाहनों को जगह जगह से डायवर्ट कर दिया था। क्षेत्राधिकारी बूढ़नपुर किरनपाल सिंह, थाना प्रभारी अहरौला मनीष पाल, चौकी प्रभारी माहुल सुधीर सिंह, एसआई रंजन कुमार साव सहित तीन अन्य थानों की पुलिस फोर्स एवं पीएसी बल तैनात रहा। पूरे मेले की निगरानी सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन उड़ाकर होती रही।
रिपोर्ट-श्यामसिंह