आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। चकबंदी विभाग मेें भू-माफियाओं की दबंगई व विभाग के कर्मचारियों की मिली भगत से अपने ही अचल सम्पत्ति से बेगाना हुए दम्पत्ति इन पर कार्रवाई के लिए भूख हड़ताल पर बैठे गुरुवार को भूख हड़ताल का चौथा दिन रहा लेकिन अभी तक दम्पत्ति के मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। दम्पत्ति का कहना है कि जबतक कोई कार्रवाई नहीं होती तब तक हमारा भूख हड़ताल जारी रहेगा।
जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अम्बेडकर पार्क में भूख हड़ताल पर बैठे दम्पत्ति ने बताया कि निजामाबाद थाना क्षेत्र के बु़द्धसेन पुर गांव के निवासी हैं उनकी गांव में अचल सम्पत्ति है। उनके पास कोई औलाद नहीं है। लेकिन उनका सेवा सत्कार उनके भाई भतीजे करते हैं। उन्होने बताया कि गांव के ही मुन्नीलाल पुत्र खेदू चकबंदी में कागजों में हेराफेरी कर 1986 में अमलदरामद करवा लिया। इस फर्जी कार्रवाई में विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिली भगत है। फर्जी अमलदरामद की जानकारी होने पर लालचन्द अपनी पत्नी के साथ 26 दिसम्बर को भूख हड़ताल पर बैठ गये। जिलाधिकारी द्वारा जांच करायी गयी जिसमें आदेश कुटरचित पाया गया। लालचन्द ने बताया कि जांच के बाद भी आजतक न तो 1986 के आदेश को निरस्त किया गया और न ही जालसाजों पर कोई कार्रवाई की गयी। चौथे दिन भूख हड़ताल पर बैठे लालचन्द यादव ने जिलाधिकारी से मांग किया है कि 1986 के आदेश को निरस्त किया जाय तथा दोषी कर्मचारियों व भू-माफिया के खिलाफ कार्रवाई की जाय।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार